बच्चे पर गुलदार ने किया हमला, ताऊ ने बचाई जान
प्रखंड द्वारीखाल के अंतर्गत ग्राम ठांगर में गुलदार ने बच्चे पर किया हमला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पहाड़ों में जंगली जानवरों के हमले की घटना थमने का नाम नहीं ले रही। प्रखंड द्वारीखाल के अंतर्गत ग्राम ठांगर में गुलदार ने एक सात वर्ष के बच्चे पर हमला कर दिया। घर की छत पर मौजूद ताऊ ने छत से ही गुलदार पर छलांग मारकर बच्चे की जान बचाई। जिसके बाद गुलदार बच्चे को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। बच्चे को सतपुली के राजकीय चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के बाद एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है।
ग्राम ठांगर निवासी मोहन सिंह का सात वर्षीय पुत्र कार्तिक कुमार गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में अध्ययनरत है। अन्य दिनों की भांति कार्तिक सुबह करीब सात बजे अपनी छोटी बहन चार वर्षीय माही के साथ जैसे ही घर से बाहर आया, घर के कोने में घात लगाए गुलदार ने कार्तिक पर हमला कर दिया। जिस पर समीप ही खड़ी माही ने जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया। घर की छत में मौजूद कार्तिक के ताऊ कुलदीप सिंह ने बच्चों का शोर सुन जैसे ही छत से नीचे देखा तो घर के आंगन में गुलदार कार्तिक का दबोचे हुए था व समीप ही माही रो रही थी। ग्रामीण जीतेंद्र सिंह ने बताया कि कुलदीप सिंह ने स्वयं की जान की परवाह किए बगैर कुछ सोचे छत से गुलदार पर छलांग लगा दी। साथ ही समीप ही पड़े पत्थर से गुलदार के सिर पर तेज वार किया, जिससे गुलदार घायल कार्तिक को मौके पर छोड़ झाड़ियों की ओर भाग गया। कुलदीप सिंह को भी चोट आई है। लेकिन, कार्तिक के सिर पर गंभीर चोट आई। ग्राम प्रधान सोनम देवी ने बताया कि घायल कार्तिक को उपचार के लिए सतपुली के चिकित्सालय में ले जाया गया है। बताया कि दोपहर में गुलदार फिर उसी जगह पर पहुंचा, जहां उसने कार्तिक पर हमला किया था। बताया कि दोपहर में गुलदार फिर उसी जगह पर पहुंच, जहां उसने कार्तिक पर हमला किया था। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम गांव में पहुंच गई है। इधर, लैंसडौन वन प्रभाग की लैंसडौन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी राकेश चंद्र ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे मय टीम मौके पर पहुंच गए थे। बताया कि गांव में गश्त शुरू कर दी गई है व गुलदार पर नजर रखी जा रही है।