भारतीय मूल के ऋषि सुनक के हाथ में ब्रिटेन की कमान
नई दिल्ली, एजेंसी। ऋषि सुनक मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने और अब उन्हें अपना ध्यान एक ऐसे आर्थिक संकट पर काबू पाने की ओर लगाना है जिसने देश के वित्त को एक अनिश्चित स्थिति में छोड़ दिया है। और लाखों लोगों को भोजन और ऊर्जा बिलों का भुगतान करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
ऋषि सुनक ने किंग चार्ल्स प्प्प् के साथ बकिंघम पैलेस में मिले जिन्होंने लिज ट्रस का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था। ब्रिटेन की संवैधानिक राजशाही में शासक सरकारी नेताओं की नियुक्ति में एक औपचारिक भूमिका निभाता है।
सुनक 42 साल की उम्र में 200 से अधिक वर्षों में सबसे कम उम्र के ब्रिटिश नेता है जिनसे तुरंत एक कैबिनेट की नियुक्ति शुरू करने और मंदी की ओर खिसकती अर्थव्यवस्था को सही करने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस साल तीसरे कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री के रूप में वह विभाजन से त्रस्त एक गवर्निंग पार्टी को एकजुट करने का भी प्रयास करेंगे। लिज ट्रस के संक्षिप्त कार्यकाल के बाद सुनक को सोमवार को गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में चुना गया था क्योंकि यह अर्थव्यवस्था को स्थिर करने की कोशिश करता है।
सुनक ने ब्रिटेन के नेता बनने पर स्थिरता बहाल करने का संकल्प लिया।ाषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में ब्रिटेन के प्रत्येक विश्वास को अर्जित करने का भी संकल्प लिया और आशाओं, चुनौतियों की बात की।
प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले भाषण में सुनक ने कहा कि गलतियों को ठीक करना अब शुरू होता है। उन्होंने कहा कि वह अपने दे