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देश को मजबूर नहीं, मजबूत नेता चाहिए जो कड़े फैसले ले सके’: शाह

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झंझारपुर/बेगूसराय, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कहा कि देश को मजबूर नहीं बल्कि मजबूत नेता चाहिए, जो बड़े और कड़े फैसले ले सके। अमित शाह ने सोमवार को बिहार के झंझारपुर और बेगूसराय में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश को मजबूर नहीं बल्कि मजबूत नेता चाहिए जो बड़े और कड़े फैसले ले सके। वह नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही दे सकते हैं जबकि विरोधियों के पास कोई चेहरा नहीं है। उन्होंने कहा, “ये एक एक साल के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। एक साल शरद पवार, एक साल लालू, एक साल स्टालिन, एक साल अखिलेश जो कुछ बचा हुआ समय होगा राहुल बाबा को बनाया जाएगा। क्या ऐसा नेतृत्व देश को मजबूत कर सकता है।”

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के लिए सोचते हैं जबकि विपक्ष के नेता अपने परिवार के लिए सोचते हैं। ये घोटालेबाज और भ्रष्टाचारी हैं। कभी चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, नौकरी के बदली जमीन का घोटाला और कई घोटले किये हैं। उन्होंने कहा, “लालू के जीवन का लक्ष्य है बेटे को मुख्यमंत्री बनाना और सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल बाबा को प्रधानमंत्री बनना है। ”

पाटण झ्र कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को गुजरात के पाटण में कहा कि इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने पर महालक्ष्मी योजना लायी जायेगी। श्री गांधी ने पाटण लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चंदनजी ठाकोर के समर्थन में यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि वह जानते हैं कि 21 वीं सदी में महिला और पुरुष दोनों काम करते हैं, मजदूरी करते हैं, जॉब करते हैं, बाहर जो काम करते हैं, आठ घंटे, 10 घंटे, महिला और पुरुष दोनों करते हैं, उसके लिये उनको पैसा मिलता है, सैलरी मिलती है, मुआवजा मिलता है। उन्होंने कहा, ” मगर सच्चाई है और शायद ये पुरुषों को अच्छी न लगे बात, सच्चाई ये है कि अगर आप आठ घंटे काम करते हो, 10 घंटे काम करते हो, तो हिंदुस्तान की महिलायें 16 घंटे, 18 घंटे काम करती हैं और जो घर में काम करती हैं, खाना पकाती हैं, देश के भविष्य की देखभाल करती हैं, बच्चों की देखभाल करती हैं, उस आठ-दस घंटे काम के लिये उनको एक रुपया नहीं मिलता है, और कभी नहीं मिला है। ये जो पुरुष हैं, इन्होंने ताली इतनी जोरों से नहीं बजाई, इसको जोर से बजाइये, ये सच्चाई है, इसको छुपाया नहीं जा सकता है। ये हर घर जानता है। ” उन्होंने कहा, ” हम महालक्ष्मी योजना ला रहे हैं।

अब ये महालक्ष्मी योजना क्या है, मैं बता रहा हूं। हिंदुस्तान के सबसे गरीब परिवारों की सूची बनेगी, करोड़ों नाम होंगे, उसमें। उस लिस्ट में से हर परिवार में से एक महिला का नाम चुना जायेगा और उस महिला के बैंक अकाउंट में हिंदुस्तान की सरकार हर साल एक लाख रुपये अंदर डाल देगी। हर महीने पहली तारीख को करोड़ों लोग जागेंगे, बैंक अकाउंट में 8,500 रुपये महीने के खटा-खट, खटा-खट, खटा-खट आयेंगे। ये किसान के परिवार होंगे, मजदूरों के परिवार होंगे, छोटे व्यापारियों के परिवार होंगे, बेरोजगार युवा होंगे इन परिवारों में। पैसा महिलाओं के बैंक अकाउंट में जायेगा, क्योंकि वे दोगुना काम करती है। ये बात नहीं होगी कि आपको पैसा नहीं मिलेगा, मैं जानता हूं कि अंत में पैसा आपको भी मिलेगा, आप किसी न किसी तरीके से निकाल लोगे, मगर उनके बैंक अकाउंट में पैसा जायेगा। तो ये है पहला तरीका, करोड़ों लखपति बनाने का और ये जो पैसा है, ये उस दिन तक बैंक अकाउंट में जायेगा, जब तक वे परिवार गरीबी रेखा से नहीं निकलेगा, यह योजना उस दिन तक चलेगा, जिस दिन तक वो परिवार गरीबी रेखा से नहीं निकलेगा। ”

कांग्रेस नेता ने कहा, ” आप कहोगे, राहुल गांधी ने बात तो समझा दी, मगर अब क्या। तो सबसे पहले ये पता लगाना है कि इस देश में किसकी कितनी आबादी है। पिछड़े वर्ग के कितने लोग हैं, दलित वर्ग के कितने लोग हैं, आदिवासी कितने हैं, गरीब सामान्य वर्ग के कितने लोग हैं और फिर इनकी कितनी भागीदारी है, फाइनेंशियल और हिंदुस्तान की संस्थाओं का, इंस्टीट्यूशन का सर्वे, मीडिया में कितने हैं, सरकार में कितने हैं, प्राइवेट कॉलेज, यूनिवर्सिटी में कितने हैं, कहाँ-कहाँ हैं और इनकी कितनी भागीदारी है। मतलब जाति जनगणना और इकोनॉमिक सर्वे, ये पहला काम होगा। इसके बाद हिंदुस्तान की आबादी को पता लग जाएगा कि हम कितने हैं और हमारे हाथ कितना धन आ रहा है और कौन सी संस्थाओं में हमारे लोग हैं। ये जो मैंने आपको 50 प्रतिशत बात बोली पिछड़ों की, ये अंदाजा है। यह वास्तव में किसी को मालूम नहीं है, ये अंदाजा है। जाति जनगणना के बाद दूध का दूध, पानी का पानी हो जायेगा, सबको पता लग जायेगा। पहला काम ये है। दूसरा काम हम करोड़ों लखपति बनाने जा रहे हैं। ” उन्होंने कहा, ” हमारी दूसरी योजना जिसको हमने नाम दिया है: पहली नौकरी पक्की। जैसे मनरेगा में अधिकार देते थे, रोजगार का अधिकार। वैसे ही ये अधिकार हिंदुस्तान के हर ग्रेजुएट को, कॉलेज-यूनिवर्सिटी और डिप्लोमा धारक को मिलेगा। कोई भी बेरोजगार युवा सरकार से एक साल की अप्रेंटिसशिप मांग सकेगा और सरकार को गारंटी करके उसको एक साल की नौकरी देनी ही पड़ेगी।

नौकरी कहाँ होगी, प्राइवेट सेक्टर में होगी, पब्लिक सेक्टर में होगी, सरकारी अस्पतालों में होगी, सरकारी ऑफिस में होगी, सरकारी कॉलेज-यूनिवर्सिटी में होगी और करोड़ों युवाओं को साल का एक लाख रुपया, महीने का 8,500 रुपये और एक साल की टॉप ऑफ लाइन ट्रेनिंग मिलेगी और उसके बाद हिंदुस्तान को एक ट्रेंड वर्क फोर्स इस योजना के माध्यम से मिलेगी। तो एक प्रकार से जॉब मार्केट में अंदर जाने का ये तरीका है पहली नौकरी पक्की स्कीम। ” कांग्रेस नेता ने कहा, ” अब किसान कहेंगे, राहुल जी आपने महिलाओं का कर दिया काम, बेरोजगार युवाओं को, बच्चों की आपने देखभाल कर दी, तो हमारा क्या होगा। तो मैं आपको बताता हूं, सबसे पहले हिंदुस्तान के किसानों का कर्जा माफ होगा और जो आप मांग रहे हो, जिस चीज के लिये आज हिंदुस्तान के किसान लड़ रहे हैं, कानूनी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)। हिंदुस्तान के किसानों के लिये हम कानूनी गारंटी देकर कर रहे हैं। मजदूर कहेंगे, भइया, किसानों का काम कर दिया, हमारा क्या होगा। आजकल मनरेगा में 250 रुपये मिलते हैं, मनरेगा में हम 400 रुपये मजदूरों को देंगे। आंगनवाड़ी और आशा बहनें जो हैं, उनकी आमदनी हम दोगुनी करने जा रहे हैं। ”

उन्होंने कहा, ” देखिये हिंदुस्तान का युवा जब सेना में जाता है, देशभक्ति की भावना से जाता है। बॉर्डर पर खड़ा होता है, देश की रक्षा करता है और जान भी देने के लिये तैयार होता है। हमने निर्णय लिया है कि दो तरीके के शहीद नहीं होंगे, एक ही शहीद होगा, सबको शहीद का दर्जा मिलेगा, सबको पेंशन मिलेगी, सबको कैंटीन मिलेगी, सबकी रक्षा होगी। जो गारंटी हिंदुस्तान की सेना सैनिकों को देती है, प्रोटेक्शन की जो गारंटी देती है, वह मिलनी चाहिये। ” श्री गांधी ने कहा आखिरी बात अगर देश में रोजगार पैदा करना है, तो दो-तीन चीजें करनी होंगी। सबसे पहले जो हमारे छोटे व्यापारी हैं, स्मॉल और मीडियम बिजनेस हैं, छोटी फैक्ट्रियां चलाते हैं, टेक्सटाइल का बिजनेस करते हैं, डायमंड हीरे का बिजनेस करते हैं, इनकी रक्षा करनी होगी और बैंक के दरवाजे इनके लिये खोलने होंगे। बैंक के दरवाजे इन लोगों के लिये हम खोल देंगे और दूसरी बात जीएसटी को हम बदलेंगे, मैन्युफैक्चरिंग बेसिस पर जीएसटी बनेगी। एक जीएसटी होगी, कम से कम टैक्स होगा, सिंपल जीएसटी होगी, इसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा। नयी जीएसटी हम लागू करके आपको दिलवा देंगे। ये मैं आपसे कहना चाह रहा था। दिल से मैं आपका धन्यवाद करता हूं और एक आखिरी बात, यहाँ जो भाव नगर के महाराजा थे, उन्होंने जो देश के लिये किया, अपना राज जो उन्होंने देश को समर्पित किया, उनको हम यहाँ याद करते हैं और उनको धन्यवाद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं। ” उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यहां से सांसद भरतसिंहजी डाभी को टिकट दिया है। गुजरात की सभी लोकसभा सीटों पर सात मई को मतदान होगा।

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