चौखुटिया में गेधेरों की तबाही ने बढ़ाई ग्रामीणों की मुश्किलें
अल्मोड़ा। विकास खंड के महाकालेश्वर बेल्ट समेत इससे लगे इलाकों में दूसरे दिन गुरुवार को भी गांवों में लोग घरों में घुसे पानी व कीचड़ साफ करने में जुटे रहे। गधेरों की तबाही से पेयजल पाइप लाइनें ध्वस्त हो जाने से कई गांवों में पीने के पानी का संकट बना है। कहीं-कहीं खेत-खलिहान व घरेलू सामान बर्बाद हो जाने से लोग सदमे में हैं। भारी बारिश से कुछ आवासीय मकान भी टूट गए हैं। महाकालेश्वर के चितैलीगाड़, सेलागढ़ी, छाना, नौगांव चितैली व बाखली समेत भटकोट में कई घरों में पानी व कीचड़ घुस आने से ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। गुरुवार को प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण पर पहुंचे पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने बताया कि ग्वाली गांव में भारी बारिश से मोहन सिंह खत्री पुत्र स्व. बचे सिंह का आवासीय मकान टूटने से कमरों में रखा घरेलू सामान बर्बाद हो गया है। वहीं, भगवत सिंह पुत्र अनोप सिंह खत्री के कमरों में गधेरे का पानी व मलबा भर आने से बेटी की शादी के लिए रखा सामान बर्बाद हो गया है। भटकोट गांव में श्याम राम का आफर बह गया है तथा उनके मकान के कमरों में मलबा भरा पड़ा है। उन्होंने विपदा से उबारने के लिए प्रशासन से संबंधित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू करने की मांग की है।
विधायक महेश नेगी ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा: विधायक महेश नेगी ने तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से वार्ता की। उन्होंने क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं समेत अन्य विकास योजनाओं का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों को शीघ्र क्षतिग्रस्त योजनाओं को दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। इधर, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष पूरन सिंह संगेला पांडुवाखाल ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू करने की मांग की है।
सड़क पर मलबा आने से डेढ़ घंटा यातायात ठप
तडियाल बाखली गांव के पास गधेरे का मलबा सड़क में जमा हो जाने के कारण गुरुवार की सुबह ट्रक मलबे में फंस गया। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात बाधित हो गया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद मलबा व फंसे ट्रक को हटाने के बाद ही यातायात सुचारू हो सका।