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फलदार और छायादार पौधे रोपकर उनके संरक्षण का लिया संकल्प

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जयन्त प्रतिनिधि।
गोपेश्वर। पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए चमोली जिले में हरेला पर्व बडे उत्साह के साथ मनाया गया। बद्रीनाथ वन विभाग के तत्वाधान में हरेला पर्व के अवसर पर अलकनंदा एवं नन्दाकिनी नदी के संगम स्थल नंदप्रयाग में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव, डीएफओ आशुतोष सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने नंदप्रयाग संगम के आसपास वृहद स्तर पर पौधरोपण किया। इस दौरान आम, अमरूद, आंवला आदि फलदार एवं छायादार पौधे लगाए गए और उनके संरक्षण का संकल्प भी लिया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रेरणा जागृति समिति ने नुक्कड नाटक और स्कूली बच्चों ने चित्रकला के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने पूरे जनपद वासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने हरेला महोत्सव पर सभी से पौधरोपण करने और उनकी सुरक्षा के लिए संकल्प लेने की बात कही। डीएम ने कहा कि हरेला पर्व का उदेश्य पर्यावरण और जल संरक्षण से है। इसके लिए हम सबको इस अभियान में मिलकर काम करने की जरूरत है। पौधे लगाने से जहां एक ओर हमें स्वच्छ पर्यावरण मिलेगा वही दूसरी ओर जल संकट की समस्या भी दूर होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद चमोली के नागरिकों का पर्यावरण के प्रति प्रेम साफ दिखता है और यहां के लोग पर्यावरण को लेकर अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक है। उन्होंने कहा कि चिपको आंदोलन की जननी भी हमारे चमोली की ही भूमि है जो हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हरेला कार्यक्रम के दौरान चित्रकला में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इससे बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की सोच विकसित होगी।


बद्रीनाथ वन विभाग के उप वन संरक्षक आशुतोष सिंह ने कहा कि नदियों का संरक्षण एवं पुर्नजीवन की थीम के साथ इस वर्ष हरेला पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने सभी से अपील की है कि वे अधिक से अधिक पौध लगाकर उनका संरक्षण भी करें तथा आने वाली पीढ़ी को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करें। नंदप्रयाग में हरेला कार्यक्रम के दौरान जिप सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, वन पंचायत सरपंच अंजू कठैत, जिला युवा कल्याण अधिकारी आनंद सिंह नयाल, वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित स्थानीय जनता ने विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाए।

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