नगर वासियों को स्वकर से भी मिली मुक्ति –
नगर निगम की बोर्ड बैठक में किया गया स्वकर समाप्त
– सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति को भी जल्द भेजेंगे प्रस्ताव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दो दिन पूर्व व्यावसायिक कर समाप्त करने के बाद बुधवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में स्वकर को भी समाप्त कर दिया है। बैठक में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति व निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी। महापौर ने कहा कि नगर के शौचालयों की गंदगी के लिए सफाई निरीक्षक जिम्मेदार हैं, इसलिए जल्द जल्द इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बुधवार को महापौर हेमलता नेगी की अध्यक्षता में नगर निगम सभागार में बोर्ड बैठक में व्यावसायिक कर के साथ ही स्वकर को समाप्त करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया। महापौर हेमलता नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार नगर निगम के अधिकारियों पर जबरन व्यावसायिक व स्वकर वसूलने का दवाब बना रही थी। कर वसूली समाप्त होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी। बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि नगर निगम सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेजेगा।
बैठक में चालीस वार्डों में कूड़ेदान लगाने का भी निर्णय लिया गया। पार्षदों ने उनके क्षेत्र में निर्माण कार्य करवाने वाले ठेकेदार व अधिकारियों पर अनियमितता का भी आरोप लगाया। जिस पर निर्णय लिया गया कि यदि किसी भी अधिकारी या ठेकेदार के निर्माण कार्य में लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी, कर अधिकारी उत्तम सिंह नेगी, सफाई निरीक्षक सुनील चौधरी, पार्षद गीता नेगी, सोनिया नेगी, रोहणी देवी, विजेता रावत, बीना नेगी, मीनाक्षी कोटनाला, कविता मित्तल, आशा चौहान, अनीता मल्होत्रा, पिकी देवी, अनिल रावत, अनिल नेगी, अमित नेगी, नईम अहमद, जगदीश मेहरा, विपिन्न डोबरियाल, सुखपाल शाह, सूरज प्रसाद कांति, राकेश बिष्ट, कुलदीप कांबोज, गिदी दास, विवेक शाह आदि मौजूद रहे।