बंदरों का बढ़ रहा आतंक, नींद में वन विभाग
आए दिन लोगों पर हमला कर रहे उत्पाती बंदर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर में इन दिनों बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। राजकीय बेस चिकित्सालय के साथ ही निजी अस्पतालों में आए दिन बंदरों के हमले में घायल जन पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है। शिकायत के बाद भी वन विभाग आबादी में बढ़ रहे बंदरों की समस्या को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां उत्पाती बंदर न दिखाई दें। सुबह से ही बंदर घरों में उत्पात मचाना शुरू कर देते हैं। बंदरों के कारण वार्डवासियों का अपने घरों की छत पर कपड़े व अनाज सुखाना भी मुश्किल हो गया है। बेलाडाट निवासी पुष्पा देवी, अनीता देवी ने बताया कि बंदरों ने छतों में लगे टंकी के ढक्कन तक तोड़ दिए हैं। यही नहीं, बंदरों के डर से बच्चों ने घर के बाहर खेलना भी छोड़ दिया है। अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने व लेने के लिए साथ में जाना पड़ रहा है। बंदरों ने घरों के बाहर खेतों में लगाई गई साग-सब्जियों को भी बर्बाद कर दिया है। दरवाजे खुले होने पर बंदरों का झुंड घर के अंदर पहुंच जाता है।
बढ़ रहे बंदरों के हमले
क्षेत्र में उत्पाती बंदरों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में एक माह के भीतर पंद्रह से अधिक ऐसे मरीज पहुंचे है, जो बंदरों के हमले में घायल हुए। बंदरों के हमले में घायल जन निजी क्लीनिकों में भी उपचार करवा रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से बंदरों को पकड़कर जंगल में छुड़वाने की मांग की है।