देश के तीन दर्जन जिलों में कोरोना की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा
नई दिल्ली, एजेंसी। चीन समेत कई देशों में कोरोना की हाहाकर के बीच भारत पर भी महामारी का खतरा मंडराने लगा है। देश में कोरोना की औसत राष्ट्रीय दर अभी 0़21 फीदी पर है। इस बीच पता चला है कि देश के तीन दर्जन जिले ऐसे हैं, जहां यह एक फीसदी से अधिक है। वहीं, आठ जिलों में यह आंकड़ा पांच फीसदी से भी ज्यादा है। देश के राज्यों या प्रयोगशालाओं की ओर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पोर्टल पर 16-22 दिसंबर की अवधि में जो आंकड़े दर्ज किए गए हैं, उससे यह जानकारी सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक, देश के 684 जिलों के कोरोना आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में आठ जिलों में कोरोना की संक्रमण दर पांच फीसदी से अधिक है। इनमें अरुणाचल प्रदेश का लोहित (5़88), मेघालय का री भोई (9़09), राजस्थान का करौली (5़71) और गंगानगर (5़66), तमिलनाडु का डिंडिगुल (9़80) तथा उत्तराखंड का नैनीताल (5़66) शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में संक्रमण दर 14़29 फीसदी और उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में 11़11 फीसदी दर्ज की गई।
आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड के उत्तरकाशी में संक्रमण दर 2़67 फीसदी, दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी जिले में 1़13 फीसदी और दक्षिण गोवा में 1़10 फीसदी है। केरल के आठ जिलों में संक्रमण दर एक फीसदी से अधिक है। इसमें पथानामथिट्टा (2़30), कोट्टयम (2़16), कोलम (1़97), एर्नाकुलम (1़85), इडुकी (1़31), कन्नौर (1़29), तिरुवनंतपुरम (1़15) और कोझिकोड (1़04) शामिल हैं।
राजस्थान के आठ जिलों में संक्रमण दर एक फीसदी से अधिक रही है। इसमें करौली (5़71), गंगानगर (5़66), नागौर (4़88), जयपुर (3़37), भारतपुर (1़85) चूरू (1़72), झुंझनू (1़59) और आमेर शामिल हैं। कर्नाटक के बेंगलुरू शहरी क्षेत्र में संक्रमण दर 1़98 फीसदी है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में 4़04 फीसदी, मंडी में 1़89 फीसदी और शिमला में कोरोना की संक्रमण दर 1़50 फीसदी दर्ज की गई है। जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में 3़30 फीसदी, डोडा में 1़64 प्रतिशत और अनंतनाग में यह 2़33 फीसदी है। महाराष्ट्र के अकोला में 1़63 और पुणे में 1़15 फीसदी, पंजाब के श्री मुख्तर साहिब में 1़15 फीसदी और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में संक्रमण दर 2़48 फीसदी दर्ज की गई।
रविवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 227 नए मामले सामने आए हैं। इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 3,424 हो गई है। इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नयी दिल्ली के पूर्व निदेशक डक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कुल मिलाकर कोरोना के मामलों में कोई अप्रत्याशित वृद्घि नहीं हुई है। भारत में लोगों को श्हाइब्रिड इम्युनिटीश् का फायदा मिल रहा है। हालांकि, हमें सतर्क रहने एवं सुरक्षा उपायों का पालन करने की जरूरत है।
इस बीच कर्नाटक सरकार नए साल के जश्न सहित आने वाले दिनों के लिए सोमवार को एहतियाती दिशानिर्देशों पर अंतिम फैसला ले सकती है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के़ सुधाकर और और आपदा प्रबंधन मंत्री आऱ अशोक एक अहम बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र से कई निर्देश आए हैं और राज्य सरकार को संक्रमण के प्रसार पर तथ्यात्मक स्थिति का विश्लेषण करने के बाद कुछ निर्णय लेने की जरूरत है।