सर्वे की भिन्न-भिन्न राय से परथोला सड़क का मामला उलझा
अल्मोड़ा। ग्रामीणों की अलग-अलग राय के चलते परथोला सड़क का मामला उलझता जा रहा है। एक तरफ परथोला के लोग सड़क को लेकर आंदोलन में डटे हैं तो दूसरी ओर परथोला के ही कुछ लोगों ने एसडीएम कार्यालय भिकियासैंण में डीएम के नाम भेजे ज्ञापन में वर्तमान सर्वे के बजाए पुरानी सर्वे के आधार पर सड़क बनाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा वर्तमान में जिस स्थान से सड़क बनाने की मांग हो रही है, उस स्थान से न तो कनौणी के लोगों को लाभ हो रहा है न ही परथोला के लोगों को। डीएम को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि चंद लोगों के लाभ के लिए बहुसंख्य जनता के हितलाभों को नजरअंदाज करना न्यायोचित नहीं है। कहा कि सड़क निर्माण के मामले में न तो आम जनता की राय ली गई न ही किसी तरह की सार्वजनिक बैठक बुलाई गई। जबकि सड़क निर्माण के लिए आंदोलन के बजाए गांव के लोगों की बैठक बुलाकर आम राय से मामला निपटाया जा सकता था। दोनों गांव के वरिष्ठ लोग बैठकर समस्या का निपटारा कर सकते थे। परथोला में वर्मा बाखली सहित जिन कई परिवारों की भूमि प्रभावित हो रही है उनके हितों की तो अनदेखी की ही गई उनसे किसी तरह का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं लिया गया। परथोला के पूर्व सरपंच हेमंत वर्मा ने कहा ऐसी सड़क बनाई जानी चाहिए, जिससे दोनों ग्राम पंचायतों की जनता को लाभ मिले। उन्होंने कहा यह दो ग्राम पंचायतों का आपसी मामला था, परंतु कुछ दूसरी ग्राम पंचायतों के लोगों ने आंदोलन को हवा देकर मामला उलझाने का काम किया है। उधर, कनौणी के प्रधान गिरधर बिष्ट आदि भी पहले से ही पुरानी सर्वे के आधार पर सड़क बनाने की मांग करते आ रहे हैं।