जिसके खिलाफ आवाज उठाई, उसी ने उस पर पॉलिसी बनाई, केजरीवाल को मिला कृत्य का फल
मुंबई, एजेंसी। वयोवृद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कर्म का फल बताते हुए उन दिनों को याद किया है, जब श्री केजरीवाल एक सहयोगी कार्यकर्ता के रूप में उनके साथ शराब के खिलाफ स्वर उठाते थे। पिछले दशक के प्रारंभ में ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ के बैनर तले भ्रष्ट्राचार विरोधी आंदोलन की पहचान रहे अन्ना ने महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धी में कहा कि मुझे बहुत दुख हुआ कि अरविंद केजरीवाल जैसा आदमी जो मेरे साथ काम कर रहा था।
शराब के बारे में हम लोगों ने आवाज उठाई थी, वह आज शराब नीति बना रहा है। इसका मुझे दुख हुआ। दिल्ली आबकारी नीति में कथित घोटले में अपराध की कमाई के इस्तेमाल के पहलुओं की जांच कर रही एजेंसी ने नौ बार के उसके समन का सम्मान न करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री को गुरुवार को उनके घर पर तलाशी और दो घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। अन्ना हजारे ने कहा कि, लेकिन करेगा क्या? सत्ता के सामने कुछ नहीं चलता। आखिर उसको जो गिरफ्तार किया गया वह उसकी कृति से हुआ। हम यह बातें नहीं करते, तो गिरफ्तारी का प्रश्न नहीं होता। अन्ना हजारे ने कहा कि जो हुआ है और जो कानूनी तौर पर होगा, वह सरकार देखेगी।