विद्युत कर्मचारियों की चरणबद्ध हड़ताल शुरू, अक्टूबर से होगी बेमियादी हड़ताल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा पौड़ी ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन की नई रणनीति तय की है। रणनीति के तहत मोर्चा ने पहले दिन गेट मीटिंग एवं टूल डाउन व पेन डाउन का पालन किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल व मंडल संयोजक जसपाल रावत आदि ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा की मांगों को जायज ठहराते हुए उन्हें अपना समर्थन दिया।
जिला मुख्यालय पौड़ी के उपखण्ड कार्यालय में आयोजित आंदोलन में मोर्चा से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों ने धरना देकर प्रदर्शन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने पहले दिन गेट मीटिंग एवं टूल डाउन व पेन डाउन का पालन किया। धरना स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की 14 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों का आंदोलन जायज है। सरकार ने पूर्व में उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। जिससे अधिकारी और कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे की रणनीति पर चर्चा की। मोर्चा के संयोजक व उपखंड अधिकारी आरपी नौटियाल ने कहा कि 23 सितंबर तक उपखंड कार्यालय में टूल डाउन व पेन डाउन किया जाएगा। इस दौरान केवल परिचालन के कार्यरत कार्मिकों को छोड़कर अन्य सभी कार्मिकों द्वारा इसका पालन कराया जाएगा। जबकि 25 सितंबर तक उज्जवन मुख्यालय रानीबाग देहरादून में सत्याग्रह का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। 25 सितंबर को ऊर्जा निगम देहरादून तथा 27 सितंबर को पिटबुल मुख्यालय में एक दिवसीय सत्याग्रह कायक्रम आयोजित किया जाएंगे। इसके बाद 6 अक्टूबर को मोर्चा से जुड़े सभी अधिकारी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए प्रदेश के तीनों निगम प्रबंधक और शासन प्रशासन को पूर्व में अवगत करा दिया गया है। उन्होंने सरकार से शीघ्र ही अपनी मांगों को लेकर सकारात्मक कार्रवाई करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सरकार ने उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर गौतम सान्यान, गुलजार अहमद, अवतार बुटोला, संजय सिंह, विक्रांत सिंह, परमल राणा, सुकरी देवी, सुशीला देवी, सोहन सिंह, देवेंद्र प्रसाद, देव सिंह रामस्वरूप, हरेंद्र चौहान, प्रदीप कुमार, रविंद्र सिंह, सुनील कुमार, गणेश कुमार आदि उपस्थित रहे।