सीडीएस पद के लिए सेवानिवृत्त व सेवारत दोनों अधिकारियों पर विचार की संभावना, जनरल रावत की मृत्यु के बाद से खाली है यह पद
नई दिल्ली, एजेंसी। नए चीफ आफ डिदेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति के लिए सरकार सेवानिवृत्त और सेवारत दोनों अधिकारियों पर विचार कर सकती है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की पिछले साल आठ दिसंबर को हवाई दुर्घटना में मृत्यु के बाद से यह पद रिक्त है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि सरकार आगामी सप्ताह में अगले सेनाध्यक्ष के नाम की भी घोषणा कर सकती है क्योंकि इस संबंध में फैसला ले लिया गया है। सीडीएस पद के लिए नामों के पैनल में तीन स्टार और चार स्टार रैंक के अधिकारियों दोनों को शामिल किया जा सकता है।
2019 में सत्ता में लौटने के छह महीने के भीतर नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा सीडीएस की नियुक्ति की देश के सर्वोच्च सैन्य ढांचे में सबसे बड़े सुधार के रूप में सराहना की गई। सीडीएस कार्यालय और सृजित की जाने वाली थियेटर कमान को उसके तहत लाने से इसके देश के सबसे ताकतवर सैन्य कार्यालय बनने की संभावना है जिसे सभी युद्घक टुकड़ियां सीधे रिपोर्ट करेंगी।
सीडीएस को सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था जो वर्तमान में अतिरिक्त सचिव रैंक के लेफ्टिनेंट जनरल के तहत काम करता है। सीडीएस इंटीग्रेटेड डिदेंस स्टाफ का भी प्रमुख हैं जिसके प्रमुख वर्तमान में वायुसेना के तीन स्टार अधिकारी हैं।
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत योजना को बढ़ावा देने का कार्य भी सौंपा गया था सीडीएस को
सरकार ने सीडीएस को मेक इन इंडिया रक्षा कार्यक्रम का प्रभारी भी बनाया है और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत योजना को बढ़ावा देने का कार्य भी सौंपा है। सीडीएस सैन्य मामलों में सरकार के परामर्शदाता भी हैं और रक्षा मंत्रालय में वरिष्ठतम नौकरशाह भी हैं जिनके पास चार बड़े विभाग हैं।