प्रधानों ने जिला विकास अधिकारी और डीपीआरओ कार्यालय में ताले जड़ किया प्रदर्शन
अल्मोड़ा। ग्राम प्रधान संगठन ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। ब्लॉक मुख्यालयों में प्रदर्शन करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होने पर सोमवार को प्रधानों ने जिला विकास अधिकारी और डीपीआरओ कार्यालय में ताले जड़े। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही शीघ्र मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी। सोमवार को प्रधानों ने कहा वे लंबे समय से 12 सूत्रीय मांगों के निराकरण की मांग कर रहे हैं। विभिन्न माध्यमों से अब तक मांगों के निराकरण की गुहार सरकार से लगा चुके है। जबकि बीते एक जुलाई से ब्लॉकों मुख्यालय में धरना प्रदर्शन और तालाबंदी कर सरकार को चेताने का काम कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। जिससे प्रधान आक्रोशित है। प्रधानों ने जल्द से जल्द उनकी लंबित मांगों के निराकरण की मांग की है। यहां प्रधान संगठन जिला अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह गैलाकोटी, देव सिंह भोजक, मोहन सिंह, पर्मिला देवी, दीपक नेगी, प्रताप सिंह गैड़ा, विनोद कनवाल, दीपा मटियानी, अर्जुन सिंह बिष्ट, राधा देवी, दीपा आर्या, ममता लटवाल, हरीश रावत, हेम भंडारी, किशन सिंह बिष्ट, राजेंद्र बिष्ट, अर्जुन सिंह मुस्यूनी, नवीन चंद्र आर्या, गौरव कांडपाल, ममता जोशी आदि रहे।
ये हैं मांगें: पंचायत के खाते से सीएससी सेंटरों को दिए जा रहे 2500 रुपये पर रोक लगाने, ग्राम प्रधानों को 10 हजार मानदेय और 5 हजार मासिक पेंशन देने, वित्त के मद में की गई कटौती को बंद करने, मनरेगा के तहत वर्ष भर में 100 दिन की जगह 200 दिन का रोजगार दिए जाने, ग्राम पंचायतों में अवर अभियंताओं की नियुक्ति करने, पंचायती राज विभाग और ग्रामीण विकास विभाग का एकीकरण करने, ग्राम प्रधानों को आपदा कार्यों से निपटने के लिए पांच लाख की राशि जिए जाने आदि।