जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। चौबट्टाखाल विधायक एवं प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का ड्रीम प्रोजेक्ट दीबा मंदिर रोपवे निर्माण योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है। भूस्वामियों ने प्रस्तावित दीबा रोपवे अप्रोच रोउ का विरोध किया और सर्वे को पहुंची ब्रिडकुल की टीम को झलपाड़ी से बैरंग लौटाया।
शनिवार को झलपाड़ी पंहुची ब्रिडकुल (ब्रज, रोप-वे, टनल एंड अदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड) की टीम के प्रस्तावित रोपवे स्थल तक डेढ़ किमी. एप्रोच रोड के प्रस्ताव का भूस्वामियों ने विरोध किया। भूस्वामियों के विरोध के बाद सड़क के सर्वे को गई ब्रडकुल की टीम को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा। ब्रिडकुल के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद उनियाल के अनुसार प्रस्तावित रोपवे स्थल तक लगभग डेढ़ किमी. सड़क का निर्माण किया जाना है। इसी सड़क के सर्वे हेतु शनिवार को ब्रिडकुल की टीम झलपाड़ी गांव में पंहुची। जहां भूस्वामियों ने सड़क के एलाइनमेंट पर आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया। भूस्वामियों के विरोध के बाद सर्वे करने गई टीम को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा। ग्राम प्रधान झलपाड़ी सोबन सिंह का कहना है कि भूस्वामी प्रस्तावित सड़क की जद में खेतों के आने से विरोध कर रहे हैं। भूस्वामियों से बातचीत कर मामले को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज दीबा देवी, भैरवगढ़ी को रोपवे से जोड़ना चाहते है। रोपवे से जुड़ने के बाद इन क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। पर्यटन विभाग ने मंत्री के निर्देश पर इन स्थानों को रोपवे से जोड़ने के लिए योजना बनाई है।