कोटद्वार-पौड़ी

बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, एनएच पर आया मलवा, तहसील में गिरा पेड़

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार सहित पर्वतीय क्षेत्रों में शुक्रवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जहां नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह मलबा आने से यातायात प्रभावित हुआ वहीं सुखरौ नदी के ऊफान पर आने से एक विद्युत पोल गिर गया और सत्तीचौड़ जाने वाला रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। तहसील परिसर में एक पेड़ भी क्षतिग्रस्त होकर गिर गया। इसके अलावा तेलीस्रोत में बाढ़ आने से कृषि भूमि का कटाव हो गया और सिगड्डी में गूजरों के घरों में पानी घुस गया।
शुक्रवार रात को करीब साढ़े 9 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश शनिवार सुबह 11 बजे तक जारी रही। लगातार बारिश होने से खोह, सुखरौ, मालन नदी सहित पनियाली गदेरा, गिवई स्रोत गदेरा, तेली स्रोत, सिगड्डी स्रोत उफान पर आ गये। बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई, जिस कारण लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लगातार बारिश होने से दुगड्डा-कोटद्वार के बीच पांचवे मील में रपटा उफान पर आ गया। जिस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोकना पड़ा। इसके अलावा मार्ग पर जगह-जगह बोल्डर आ गये थे। एनएच पर यातायात बाधित होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। दुगड्डा पुलिस चौकी प्रभारी इंद्रजीत राणा ने बताया कि कोटद्वार-दुगड्डा के बीच सड़क पर आये मलबे और बोल्डर को राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने जेसीबी मशीन से हटाकर यातायात सुचारू कर दिया है। शनिवार सुबह पांचवे मील पर रपटा उफान पर आने से करीब 20 मिनट यातायात बाधित रहा था। पानी का बहाव कम होने पर यातायात शुरू हो गया है। उधर, बारिश के साथ चल रही तेज हवाओं के कारण तहसील परिसर में एक पेड़ भी गिर गया, गनीमत रही कि जिस समय पेड़ गिरा वहां आसपास कोई नहीं था, जिस कारण हादसा होने से टल गया। उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने बताया कि सिगड्डी क्षेत्र में वन भूमि में रह रहे गूजरों के घरों में पानी घुसने की सूचना मिली है। तहसीलदार विकास अवस्थी के नेतृत्व में टीम को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि तेलीस्रोत के उफान पर आने से स्रोत के आसपास कृषि भूमि का कटाव होने की सूचना मिली है। कृषि भूमि का सर्वे करवाया जायेगा और पीड़ित लोगों को मुआवजा दिया
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सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग 4 घंटे रहा बंद
सतपुली। नयार घाटी क्षेत्र में शुक्रवार से हो रही लगातार बारिश के कारण सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग में भारी मलबा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। मोटर मार्ग बंद होने की सूचना स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग को दी, लेकिन सूचना के 4 घंटे बीत जाने के बाद भी मार्ग खोलने को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिस पर स्थानीय लोगों ने उपजिलाधिकारी सतपुली को फोन पर मार्ग अवरूद्ध होने के बारे में बताया। उपजिलाधिकारी सतपुली संदीप कुमार द्वारा तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को मार्ग को यातायात के लिए खोलने को कहा। जेसीबी मशीन की मदद से मार्ग पर आये मलबे को हटाकर मोटर मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है। (फोटो संलग्न है)
कैप्शन04: सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग पर आया हुआ मलबा।
बॉक्स समाचार
सुखरौ नदी में गिरा पोल, सत्तीचौड़ जाने वाली सड़क बही
कोटद्वार। कोटद्वार भाबर में लगातार बारिश होने से सुखरौ नदी के उफान पर आने से बिजली का खंभा गिर गया है। सुखरौ नदी के कटाव के कारण सत्तीचौड़ जाने वाला रास्ता भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। पार्षद गीता नेगी ने बताया कि पिछले वर्ष भी ग्वालगढ़ गदेरा और सुखरौ नदी के उफान पर आने से सत्तीचौड़ को जाने वाला मार्ग बह गया था। शनिवार को भी सत्तीचौड़ को जाने वाला मार्ग बाढ़ की चपेट में आने से बह गया है। जिस कारण स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सुखरौ नदी में नियमों के विपरीत खनन होने से जहां सुखरौ पुल को खतरा बना हुआ है वहीं सत्तीचौड़ को जाने वाला मार्ग भी बह गया है। कई बार शासन-प्रशासन को शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। सरकार कुंभकर्ण की नींद में सोई हुई है और सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी लोग एकजुटता का परिचय दे और दलगत राजनीति से हटकर सब एकजुट हो। कोटद्वार की नदियों से खनन से जो पैसा कमाया गया है उसे विधानसभा के विकास कार्यों में लगाया जाय। (फोटो संलग्न है)
कैप्शन05:
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महापौर और पूर्व मंत्री ने लिया बारिश से हुए नुकसान का जायजा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम की महापौर श्रीमती हेमलता नेगी एवं प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने विगत रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नगर क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने शासन-प्रशासन से क्षतिग्रस्त सम्पर्क मार्गो को दैवीय आपदा मद से निर्माण करवाये जाने की मांग की है।
शनिवार को नगर क्षेत्र के कुंभीचौड, लालपानी सहित रामपुर क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लेते हुए महापौर श्रीमती हेमलता नेगी एवं पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि बारिश से बहेडास्रोत में सम्पर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे सम्पर्क मार्ग पर आवागमन ठप हो गया है। इसके अलावा लालपानी, सनेह क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महापौर एवं पूर्व काबीना मंत्री ने बहेडास्रोत में क्षतिग्रस्त सम्पर्क मार्ग को बनाने, आपदा मद के माध्यम से बहेडास्रोत में चैकडैम बनाने एवं लोहे के जाल लगाने को लेकर सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से वार्ता की। महापौर ने जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियों से मौका मुआयना करते हुए बरसाती पानी के निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि आपदा के चलते क्षतिग्रस्त सम्पर्क मार्गो का शीघ्र निर्माण नहीं करवाया गया तो बरसाती पानी लोगों के घरों में घुस कर भारी तबाही मचा सकता है। इस मौके पर शेर सिंह राणा, सुरेशानंद सुयाल, चंद्रमोहन सिंह रावत, महेंद्र पाल सिंह रावत, विजय सिंह, लंबोदर प्रसाद सुयाल, अशोक सुयाल, प्रकाश लखेड़ा आदि मौजूद थे। (फोटो संलग्न है)
कैप्शन06: महापौर हेमलता नेगी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी नुकसान का जायजा लेते हुए।

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