रावण की सोने की लंका दहन का दृश्य रहा आकर्षण का केंद्र
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : रामलीला की आठवीं संध्या मां सरस्वती की वंदना से शुरू हुई। भाव नृत्य में मिहिका रावत ने मनमोहक प्रस्तुति दी। रामलीला अशोक वाटिका में रावण सीता संवाद से होते हुए सीता हनुमान भेंट, हनुमान द्वारा अशोक वाटिका विध्वंस, मेघनाद हनुमान युद्ध, रावण हनुमान संवाद, लंका दहन, हनुमान का सीता से विदा मांगना और राम हनुमान संवाद तक मंचित की गई। रावण की सोने की लंका दहन का दृश्य काफी आकर्षक रहा।
अशोक वाटिका में रावण सीता संवाद में सीता का गायन अरे रावण तू धमकी दिखाता किसे, तुझको होने की अपनी खबर ही नहीं पर शानदार अभिनय ने दर्शकों की खूब ताली बटोरी। मेघनाद की भूमिका में अंकित रावत और हनुमान की भूमिका में डा. मदन मोहन नौडियाल का सशक्त अभिनय ने संवाद को रोचक बनाया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि सचिव, क्रियान्वयन एवं नियोजन उत्तराखंड शासन दीपक कुमार गैरोला ने कहा कि पौड़ी की रामलीला आज भी अपनी पौराणिक संस्कृति को जीवित रखते हुए बड़े अनुशासित तरीके से आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनकी शिक्षा पौड़ी मे ही हुई है तब भी वह रामलीला देखने आते थे और आज समय के साथ साथ काफी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। उन्होंने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि अनवरत 123वां मंचन करना निष्ठा और समर्पण भाव को दर्शाता है। राम की भूमिका दीपक बिष्ट, लक्ष्मण राहुल नेगी, टप्पू, सीता मोनिका वेदवाल, भरत अभिषेक नौटियाल, शत्रुघ्न सुधांशु नौटियाल, हनुमान डॉ. मदन मोहन नौडियाल तथा मेघनाद की भूमिका अंकित रावत निभा रहे हैं। विजय दशमी के अवसर पर दहन होने वाले रावण के विशालकाय पुतले का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इस अवसर पर कमेटी के वयोवृद्ध संरक्षक महिताब सिंह रावत, कर्मचारी मिनिस्ट्रियल संघ के सीताराम पोखरियाल, संदीप काला, महेंद्र रावत, मनवीर रावत, मुकुल शर्मा आदि मौजूद थे।