राष्ट्रपति और संसद भवन जैसी होगी राममंदिर की सुरक्षा, बंदूक नहीं आधुनिक उपकरणों का होगा इस्तेमाल
अयोध्या, एजेंसी। राममंदिर की सुरक्षा राष्ट्रपति व संसद भवन की तर्ज पर होगी। सुरक्षा का प्लान सीआईएसएफ ने तैयार किया है। इस प्लान में आठ बिंदुओं पर खास फोकस किया गया है। राममंदिर की सुरक्षा में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा। परिसर में बंदूकधारी कम नजर आएंगे, बावजूद इसके सुरक्षा अभेद्य होगी। सीआईएसएफ ने प्रदेश सरकार को अहम सुझाव दिए जिसके बाद राममंदिर की सुरक्षा योजना बनकर तैयार हुई। अब इसका क्रियान्यवन भी शुरू हो चुका है।
सूत्रों के अनुसार राममंदिर परिसर के सुरक्षा प्लान में हर बारीकियों को ध्यान में रखा गया है। खासतौर पर भीड़ और थ्रेट परसेप्शन का आकलन कर सीआईएसएफ ने सुरक्षा से संबंधित सुझाव दिए हैं। सीआईएसएफ को इस काम के लिए इसलिए चुना गया, क्योंकि इस केंद्रीय बल के पास तिरुपति मंदिर, शिरडी साईं बाबा मंदिर, गोरखनाथ मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर और महाबोधि की सुरक्षा का अनुभव है। राममंदिर की सुरक्षा के लिए थ्रेट परसेप्शन तैयार करने के लिए स्थानीय पुलिस, खुफिया एजेंसी समेत अलग-अलग एजेंसियों से इनपुट लिया गया। मंदिर के लिए भीड़ नियंत्रण किस तरीके से होना चाहिए उसके लिए भी पूरा खाका तैयार किया गया है।
राममंदिर की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ ने खास सुरक्षा ग्रिल लगाने का सुझाव भी दिया है, जिसे सिर्फ मंदिर के लिए ही बनाया जाएगा। मंदिर के नक्शे के मुताबिक ही वहां सुरक्षा बलों की तैनाती का सुझाव दिया गया है और उन पर निगरानी रखने के लिए भी एक खास टीम बनाने की सिफारिश सीआईएसएफ की ओर से की गई है। परिसर की सुरक्षा अपने उच्चस्तर पर हो इसका खास ध्यान रखा गया है। सीआईएसएफ ने अपने सुझावों में मंदिर परिसर में तैनात होने वाले सुरक्षा बलों को समय-समय पर बदली परिस्थितियों के मुताबिक ट्रेनिंग देने के पहलू को भी शामिल किया गया है।