जनता की अदालत में बहा रहे पसीना, मतदाताओं की चुप्पी बढ़ा रही चिंता
गढ़वाल सीट पर भाजपा, कांग्रेस के साथ ही 13 प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत
प्रत्याशियों के पक्ष में खुलकर बोलने से बच रहे अधिकांश मतदाता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मतदान की तिथि नजदीक आते-आते गढ़वाल लोकसभा सीट हॉट सीट बनती जा रही है। चुनावी दंगल में अपना भाग्य आजमा रहे 13 प्रत्याशी लगातार जनता की अदालत में पसीना बहा रहे हैं। लेकिन, इस बार अधिकांश मतदाता प्रत्याशियों के पक्ष में कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं। हालांकि चुनाव का मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस पार्टी के बीच ही देखने को मिल रहा है। मतदाताओं की चुप्पी ने राष्ट्रीय पार्टियों के साथ ही अन्य दलों की भी चिंता बढ़ा दी है।
विषम भौगोलिक परिस्थिति वाली गढ़वाल संसदीय सीट का क्षेत्रफल 17,820.90 वर्ग किमी. है। प्रदेश के पांच जिलों को समेटती इस सीट में जहां तीन पर्वतीय जिले पौड़ी, चमोली व रुद्रप्रयाग पूरी तरह समाहित हैं, वहीं टिहरी जिले के दो विधानसभा क्षेत्र देवप्रयाग व नरेंद्रनगर और नैनीताल जिले का रामनगर विधानसभा क्षेत्र शामिल है। सीट की विषम भौगोलिक परिस्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चुनावी दंगल में उतरने वाले प्रत्याशियों को जहां चीन सीमा से लगे नीती-माणा व केदारघाटी समेत उच्च हिमालयी क्षेत्र की खड़ी चढ़ाई नापनी पड़ती है, वहीं कोटद्वार भाबर के साथ ही रामनगर तक की दौड़ लगानी पड़ती है। इस बार गढ़वाल सीट पर 13 प्रत्याशियों में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल, बहुजन समाज पार्टी, अखिल भारतीय परिवार पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, उत्तराखंड समानता पार्टी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर आफ इंडिया (कम्युनिस्ट), सैनिक समाज पार्टी के साथ ही चार निर्दलीय भी सम्मिलित हैं। चुनावी शंखनाद होने के बाद प्रत्याशी लगातार जनता के बीच पहुंचकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप, वार-पलटवार कर रहे हैं। चुनावी इस हलचल के बीच मतदाता पूरी तरह साइलेंट है। कोई भी मतदाता किसी भी प्रत्याशी के समर्थन में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि इस बार प्रत्याशियों की चिंता भी लगातार बढ़ रही है।
बॉक्स समाचार
-कुल मतदाता -13,69,388
-महिला-6,69,964
-पुरुष-6,99,408