ग्रामीणों की अनदेखी नहीं होगी बर्दाश्त
लंगूरगाड नदी में पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना जारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार
दुगड्डा ब्लाक के अंतर्गत लंगूरगाड नदी में पुल निर्माण की मांग को लेकर युवा विकास समिति का धरना तीसवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने जल्द पुल निर्माण नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है। कहा कि पूर्व में आश्वासन के बाद भी सरकार पुल निर्माण को गंभीरता नहीं दिखा रही। ग्रामीणों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शुक्रवार को युवा विकास समिति के बैनर तले जुवा, भैड़गांव व बंगला के ग्रामीणों ने लंगूरगाड नदी के समीप धरना दिया। ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव को सड़क से जुड़े हुए बीस वर्ष हो चुके हैं, लेकिन मुख्य सड़क से गांव को जाने वाली नदी पर आज तक पुल निर्माण नहीं करवाया गया है। नतीजा, गांव की सड़क पर जाने से पहले ग्रामीणों को नदी पार करनी पड़ती है। हालत यह है कि बरसात के दौरान नदी उफान पर आने से ग्रामीण गांव में ही कैद होकर रह जाते हैं। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी बीमार व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में होती है। कहा कि पूर्व में ग्रामीणों ने पुल निर्माण के लिए आंदोलन किया था, जिसके बाद क्षेत्रीय विधायक व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को जल्द पुल निर्माण का आश्वासन दिया था। लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
शासन-प्रशासन की इस अनदेखी से ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। कहा कि जब तक पुल निर्माण को धरातल पर कार्य शुरू नहीं होता, ग्रामीण अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इस मौके पर उप प्रधान जीतेंद्र सिंह बिष्ट, सुरेंद्र सिंह, मनोज कंडवाल, विनोद सिंह, मान सिंह, भारत सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरीश सिंह, शशि देवी, मुस्ताफ अली, नसीर, महमूद अजीज, सरोजनी देवी, पंकज सिंह बिष्ट, इंदु देवी आदि मौजूद रहे।