एनएचएम कर्मियों ने शुरू किया कार्यबहिष्कार
विभिन्न समस्याओं का निरकारण नही होने पर जताया रोष
मांगें पूरी नहीं होने तक कार्यबहिष्कार जारी रखने की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मांगों का निराकरण नहीं होने से आक्रोशित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन ने बुधवार से कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया है। कर्मचारियों ने जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर आकस्मिक सेवाओं में भी सहयोग नहीं देने की चेतावनी दी है। कहा कि जब तक कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता वह अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले कर्मचारियों ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्यो का निर्वहन कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान भी कर्मचारी खुद की चिता छोड़ समाज की सेवा में जुटे हुए थे। बावजूद इसके शासन की ओर से उनकी अनदेखी की जा रही है। संगठन ने हरियाणा राज्य की तर्ज पर ग्रेड वेतनमान का लाभ देने, पर्वतीय राज्य असम की तरह उत्तराखंड में भी 60 साल तक कर्मचारियों को सेवा का लाभ देने के साथ ही आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही नियुक्ति प्रक्रिया को समाप्त कर वर्तमान में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों को राज्य एवं जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नियुक्ति पत्र देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं होता वह अपने कार्य पर वापस नही लौटेंगे। वहीं, कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से क्षेत्र में वैक्सिनेशन का कार्य भी प्रभावित रहा। इस मौके पर युद्धवीर सिंह रावत, सोनी भंडारी, अनूप सिंह, मीनाक्षी देवी, अरविद सिंह, सुभाष बहुगुणा, परवीन पोखरियाल, उर्मिला तड़ियाल आदि मौजूद रहे।