मोटर मार्ग निर्माण में देवदार के वृक्ष काटे गए तो होगा आंदोलन
अल्मोड़ा। आरतोला तिराहे से जागेश्वर होते हुए भगरतोला का प्रस्तावित मोटर मार्ग विवादों में आ गया है। मोटर मार्ग में चिह्नित किए गए 1000 देवदार के पेड़ों के कटान का जागेश्वर के लोगों ने विरोध किया है। लोगों का कहना है कि ये पेड़ उनकी आस्था के प्रतीक हैं। अगर इन पेड़ों को काटा गया तो वह आंदोलन के लिए विवश होंगे। स्थानीय लोगों ने एसडीएम भनोली एनएस नगन्याल को ज्ञापन सौंपा। कहा कि कुछ दिन पूर्व वन विभाग के अधिकारियों ने आरतोला तिराहे से जागेश्वर होते हुए भगरतोला की प्रस्तावित सड़क के लिए 1000 देवदार के पेड़ चिह्नित किए हैं। लगभग सभी पेड़ अभी हरे हैं। कहना है कि हाईकोर्ट ने 2018 में जागेश्वर धाम के तीन किमी के दायरे में पेड़ों के कटान पर रोक लगाई हुई है। इसके बाद भी हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की जा रही है। कहना है कि जागेश्वर धाम की महत्ता पवित्र जटा गंगा और यहां के देवदार के पेड़ों से है। यहां तक कि पुराणों में भी यह बात सफ लिखी है। तथ्य रखा है कि देवदार 2000 मीटर की ऊंचाई में उगता है, लेकिन यहां 1870 मीटर की ऊंचाई में देवदार के पेड़ हैं। उन्होंने लोगों की आस्था और धाम की मान्यता को देखते हुए आदेश वापस लेने की मांग की है। ऐसा नहीं हुआ तो स्थानीय लोग चिपको की तरह एक और आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।