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गलती से ब्रहृमोस मिसाइल दागने की घटना में दोषी पाए गए वायुसेना के तीन अधिकारी बर्खास्त

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नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा में गलती से ब्रहृमोस मिसाइल दागने के मामले में अपने तीन अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इस मामले की कोर्ट अफ इंक्वायरी जांच में पाया गया है कि दुर्घटनावश मिसाइल दागे जाने की घटना के दौरान तीनों अधिकारियों ने पूरी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन नहीं किया। इस जांच के आधार पर ही इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। वायुसेना ने इस कार्रवाई के साथ ही ब्रहृमोस मिसाइल दुघर्टना जांच के मामले का पटाक्षेप कर दिया है।
मालूम हो कि पाकिस्तान ने दुघर्टनावश मिसाइल दागे जाने की इस घटना पर कड़ा एतराज जताते हुए भारत से इसकी जांच कराने की मांग की थी। मालूम हो कि बीते नौ मार्च को ब्रहृमोस सुपरसोनिक मिसाइल रूटीन मेंटेनेंस प्रक्रिया के दौरान दुघर्टनावश फायर हो गया और यह पाकिस्तान के एयर स्पेस के 100 किलोमीटर अंदर करीब 40000 फीट की उंचाई से जाकर गिरा। गनीमत यह थी कि इस मिसाइल में कोई हथियार-सामाग्री नहीं लगी थी और इसलिए कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। पाकिस्तान ने इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर की और इस्लामाबाद में भारत के कार्यकारी राजदूत को बुलाकर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए इसकी जांच की मांग की थी।
भारत ने दुघर्टनावश मिसाइल फायर होने के इस प्रकरण को लेकर खेद जताते हुए जांच कराने की घोषणा की थी और तभी वायुसेना के एक एयर मार्शल की अध्यक्षता में कोर्ट अफ इंक्वायरी जांच बिठाई गई।सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कोर्ट अफ इंक्वायरी में पाया गया है कि इसमें तीन अधिकारियों ने मिसाइल से जुड़ी मानक संचालन प्रक्रियाओं का ठीक से पालन नहीं किया और इसी वजह से मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग की घटना हुई। इसके मद्देनजर ही सरकार ने तत्काल प्रभाव से 23 अगस्त को इन तीनों अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर इस जांच को बंद कर दिया है।
भारत की मिसाइल दुर्घटनावश पाकिस्तान के क्षेत्र में चले जाने की घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद जताया था। उन्घ्होंने संसद में कहा था कि सरकार ने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। रक्षा मंत्री ने कहा था कि भारत की मिसाइल प्रणाली बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद है। देश का रक्षा प्रतिष्ठान सुरक्षित प्रक्रियाओं और मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
उन्होंने कहा, 9 मार्च को अनजाने में जो मिसाइल रिलीज हुई, उसके लिए हमें खेद है। रक्षा मंत्री ने कहा कि मिसाइल यूनिट के नियमित रखरखाव और निरीक्षण के दौरान गलती से एक मिसाइल टूट गई। उन्होंने कहा कि बाद में पता चला कि मिसाइल पाकिस्तान के इलाके में गिरी थी और यह घटना खेदजनक है। राजनाथ सिंह ने कहा कि राहत की बात यह रही कि कोई नुकसान नहीं हुआ।
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि दुर्घटनावश मिसाइल दागे जाने की घटना की जांच के बाद अगर खामी का पता चलता है तो सरकार उसे दूर करने के लिए प्रतिबद्घ है। पाकिस्तान ने कहा था कि तेज गति से उड़ान वाली एक चीज पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में पहुंची और खानेवाल जिले में मियां चन्नू इलाके के पास गिर गई।
उस समय अमेरिका ने कहा था कि भारत की ओर से पाकिस्तान में गिरी मिसाइल के श्दुर्घटनावश चलने के अलावाश् अन्य कोई कारण नजर नहीं आता। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा था, यह घटना एक गलती के अलावा और कुछ भी नहीं थी, हमें भी इसके पीटे और कोई कारण नजर नहीं आता।

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