उत्तराखंड

प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

बागेश्वर। विद्यालयों में जन जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक के उपयोग से पर्यावरण को हो रहे नुकसान की जानकारी दी गई। उन्होंने प्लास्टिक की थैलियों को एक बोतल में भरकर उस पर चित्रकारी की। जिसे घर और आंगन के सुंदरीकरण के रूप में उपयोग में लाया जा सकेगा। शनिवार को कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ शिप्रा कल्याण समिति भवाली के अध्यक्ष जगदीश नेगी ने की। कहा कि केंद्र और राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन के क्षेत्र में काम कर रही है। जन जागरूकता अभियान के तहत उनकी टीम यहां पहुंची है। वह विभिन्न विद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं को जागरूक कर रही है। बताया कि प्लास्टिक के उपयोग से नदियां और मिट्टी प्रदूषित हो रही है। पर्यावरण को भारी क्षति हो रही है। जिसका सीधा प्रभाव पृथ्वी के सभी प्राणियों पर पड़ रहा है। इससे निजात पाने के लिए एक अनोखा उपाय है। जिसे उन्होंने प्रस्तुत किया। इसमें बिखरे हुए प्लास्टिक की थैलियों को बोतलों के अंदर भरकर उन्हें सुंदरीकरण के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। प्लास्टिक का फैला हुआ दस ट्रक कचड़ा को यदि बोतलों में भरकर रखे तो वह एक ट्रक में समा जाएगा। फैला हुआ प्लास्टिक को बोतलों में भरकर उनमें सुंदर चित्रकारी से सजाते हुए घर की फूलों की क्यारियों और अन्य स्थानों पर रखा जा सकता है। इस तरह से कभी नष्ट नहीं होने वाला प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाली हानि को कम किया जा सकता है। उन्होंने पानी की एक लीटर की बोतल में दूध के 80 खाली प्लास्टिक की थैलियों को भर कर दिखाया। इस मौके पर प्रधानाचार्य डा़ आशा तिवारी, अपर्णा कांडपाल, शिक्षक मोहन सिंह कुंवर, प्रकाश धपोला, हंसा पांडे, भरत शाही, रवि धपोला, कुसुम लता शाह, ममता रावल, हिमांशु चौबे, गीता जोशी आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!