बिजली कटौती के विरोध में व्यापारियों ने किया प्रदर्शन
हरिद्वार। अघोषित बिजली कटौती के विरोध में शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के व्यापारियों ने विद्युत विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान शहर अध्यक्ष विपिन गुप्ता एवं शहर महामंत्री विक्की तनेजा ने कहा कि व्यापारी पिछले 2 साल से कोरोना महामारी के चलते आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। 2 साल बाद व्यापार पटरी पर आना शुरू हुआ है। लेकिन पिछले एक महीने से निरंतर अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। जिससे व्यापारी वर्ग के साथ सभी को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकतर व्यवसाय ऐसे हैं। जो पूरी बिजली आपूर्ति पर निर्भर हैं। विवाह सीजन चल रहा है। लेकिन बिजली कटौती के चलते व्यापारी ग्राहक को समय पर काम नही दे पा रहे है। बिजली कटौती के चलते घरों में बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कटौती के चलते पेयजल आपूर्ति भी नियमित रूप से नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि इस विषय में संबंधित अधिकारियों को फोन किया जाता है तो अधिकारी रटा रटाया जवाब दे देते हैं कि कटौती ऊपर से की जा रही है, उन्हे इसकी जानकारी नहीं है। अधिकारी यह भी नहीं बता पाते हैं कि बिजली आपूर्ति कब सामान्य होगी। न कटौती के संबंध में पूर्व में सूचना दी जाती है। संरक्षक रवि धींगरा एवं प्रवीण कुमार ने कहा कि मार्च में बिजली विभाग ने बकाया बिजली के बिलों की वसूली का कार्य पूरी तत्परता से किया है। यदि कोई व्यापारी या अन्य व्यक्ति आर्थिक तंगी के चलते बिल समय पर जमा करने में असमर्थ रहा तो उसका बिजली कनेक्शन तुरंत काट दिया गया। उन्होंने कहा कि विभाग जितनी तत्परता से बकाया वसूली करता है। उतनी तत्परता सेवाएं प्रदान करने में भी होनी चाहिए। मीटर रीडर जिसको चाहे खराब मीटर का बिल भेज देते है। लंबे समय तक खराब मीटर का बिल आता रहता है। जब अवर अभियंता को मीटर चेक करवाया जाता है तो पता चलता है कि मीटर बिल्कुल सही है। इस प्रकार उपभोक्ता को उपयोग से अधिक बिजली बिल का भुगतान करके आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। यदि समय रहते विद्युत विभाग ने अपनी कार्यशैली में एवं सेवाओं में सुधार नहीं किया तो व्यापारियों को आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा। प्रदर्शन करने वालों में ओम प्रकाश विरमानी, तिशू अरोड़ा, शेखर सतीजा, पारस अरोड़ा, कमल अरोड़ा, सुमित अग्रवाल, अनुज मेहता, प्रमोद तनेजा, सन्नी खंडूजा, अभिषेक अग्रवाल, गौरव अरोड़ा, गौरव छाबड़ा, संजय वर्मा, मनीष धमीजा, शलभ सिंघल, राहुल आहूजा, अनुज गोयल, सुमित पटपटिया, मुकेश सैनी, नटराज अरोड़ा, निमिष गोयल, अशोक धींगरा, विपुल गोयल, नीरज कथूरिया, तुषार गाबा, वासु मेहता, गौरव गोयल, अनिरुद्घ मिश्र, रमेश वर्मा, कौशल तनेजा, मोहन, सतीश आदि व्यापारी शामिल रहे।