उत्तराखंड

संयुक्त किसान एवं मजदूर संगठन ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया

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रुद्रपुर। 22 मार्च को नानकमता में किसान नेता पर दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में संयुक्त किसान एवं मजदूर संगठन से जुड़े किसानों और मजदूरों ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में दिया। उन्होंने आगाह किया कि यदि उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो 26 अप्रैल को होनी वाली महापंचायत में आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। सोमवार को बड़ी संख्या में किसान और मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे। कहा कि 22 मार्च 2022 को गुरुद्वा नानकमत्ता साहिब कमेटी के हल्का नंबर तेरह सितारगंज के वोटरों की अंतिम सूची जारी करने के बाद चुनाव अधिकारी ने असंवैधानिक तरीके से तीन डेलीगेटों को वोट डालने से रोका गया। जिसका विरोध किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रदेश अध्यक्ष गुरसेवक सिंह मोहार और संगत द्वारा विरोध दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा बल प्रयोग करते यूनियन के अध्यक्ष को चुनाव अधिकारी के पास पहुंचने से रोक दिया। जिसके आधार पर पुलिस ने घटना के एक माह बाद राजनीतिक दवाब के चलते प्रदेश अध्यक्ष गुरसेवक सिंह के खिलाफ फर्जी मुकदमा पंजीत कर दिया। आरोप था कि पुलिस से कई बार आग्रह करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके अलावा सिडकुल की इन्टारार्क कंपनी के अलावा कई कंपनियों में श्रमिक आंदोलित हैं। प्रबंधन श्रमिकों का उत्पीड़न कर रहे हैं और बिना नोटिस जारी किए नौकरी से निकाल रहे हैं। साथ ही पुलिस प्रशासन को दुरुप्रयोग कर कई श्रमिक नेताओं पर मुकदमा भी पंजीत करने की बात सामने आई है। उन्होंने शासन-प्रशासन को आगाह किया कि यूनियन अध्यक्ष मोहार समेत श्रमिकों पर उत्पीड़न बंद नहीं किया तो 26 अप्रैल को होनी वाली महापंचायत में बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। यहां नवतेज पाल सिंह, चरनजीत सिंह मोहार, पलविंदर सिंह, तरसेम सिंह, दिलबाग सिंह, दलजीत सिंह, अजय कुमार, उदय सिंह, गुरबक्ख सिंह, दीपक विश्वास, मनवीर सिंह, मनविंदर सिंह आदि मौजूद थे।

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