सड़क पर उतरे व्यापारी, बंद रहा कोटद्वार-भाबर बाजार
नगर निगम की ओर से व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर लगाए गए कर का किया विरोध
जल्द निर्णय वापस नहीं लेने पर व्यापारी संगठनों ने दी आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम की ओर से व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कर लगाए जाने के विरोध में सोमवार को कोटद्वार व भाबर बाजार पूरी तरह बंद रहा। व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर नगर निगम व नगर आयुक्त के खिलाफ प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने जल्द कर वसूली का निर्णय वापस नहीं लेने पर अपने आंदोलन को तेज करने की भी चेतावनी दी है। कहा कि व्यापारियों का उत्पीड़न किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
व्यापारियों पर लगाए जा रहे व्यावसायिक कर के विरोध में व्यापारियों ने सोमवार को बाजार पूर्ण: बंद करने का एलान किया था। यही कारण था कि शहर में सुबह से ही सभी प्रतिष्ठानों में ताले लटके हुए थे। मेडिकल स्टोर के साथ ही निजी क्लीनिक भी बंद थे। सुबह सात बजे से ही व्यापार मंडल व अन्य संगठन पूरे बाजार में घूमकर व्यापारियों से आंदोलन में शामिल होने की अपील कर रहे थे। इस दौरान व्यापारियों की ओर से हिंदू पंचायती धर्मशाला से नगर निगम व तहसील तक आक्रोश रैली भी निकाली गई। इसके उपरांत तहसीलदार के माध्यम से व्यापारियों ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि नगर निगम गठन के दौरान दस वर्ष तक किसी भी तरह का टैक्स नहीं वसूलने का वादा किया गया था, लेकिन अब व्यापारियों से टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है। कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के बाद से आर्थिक नुकसान झेल रहे व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। इस मौके पर प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष विवेक अग्रवाल, जिला महामंत्री लाजपत राय भाटिया, संजय मित्तल आदि मौजूद रहे।
तो 24 घंटे खोलेंगे प्रतिष्ठान
शहर के व्यापारियों ने व्यावसायिक कर वसूली वापस नहीं होने पर प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोलने की चेतावनी दी है। कहा कि प्रतिष्ठानों को बंद रखने से व्यापारियों का स्वयं ही नुकसान हो रहा है। ऐसे में अब व्यापारी अपने विरोध का तरीका बदलेंगे। कहा कि आंदोलन को तेज करने के लिए आमजन का भी सहयोग लिया जाएगा। नगर निगम व्यापारियों को परेशान करने का कार्य कर रहा है। जबकि, लॉकडाउन के बाद से व्यापार पूरी तरह पटरी से उतर चुका है।