कोटद्वार-पौड़ी

ऑनलाइन ठगी में महिला सहित दो गिरफ्तार, नाईजरिया से जुड़े तार

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डालर पार्सल एयरपोर्ट से छुड़वाने के नाम पर वसूलते थे मोटी रकम
22 दिसंबर को बालासौड़ निवासी एक महिला से हुई थी ठगी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: दिल्ली एयरपोर्ट से डालर पार्सल छुड़वाने के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह से जुड़ी महिला व युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले के तार अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ रहे हैं। उक्त मामले में संलिप्त एक नाईजरियन नागरिक दिल्ली जेल में भी बंद है। जबकि, दो अन्य आरोपित अब भी फरार चल रहे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने बताया कि 22 दिसंबर को बालासौड़ निवासी यशोदा देवी पत्नी वीरेंद्र सिंह ने घटना की तहरीर पुलिस को दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि किसी व्यक्ति ने उनको फोन पर विदेश से पार्सल भेजने की बात कर एयरपोर्ट से पार्सल छुड़ाने के नाम पर पांच लाख रुपये की डिमांड की। व्यक्ति पर भरोसा करते हुए उन्होंने अलग-अलग समय में उसके खाते में पांच लाख रुपये की धनराशि डाल दी। कुछ समय बाद जब उक्त नंबर पर संपर्क किया गया तो वह बंद हो गया था। अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने बताया कि मामले में तहरीर मिलते हुए मुकदमा दर्ज कर पुलिस की विशेष टीम गठित कर दी गई थी। पीड़ित महिला द्वारा जिस खाते में पैसे डाले गए थे जिसकी डिटेल निकाली गई। जिसके आधार पर पुलिस फरीदाबाद हरियाणा तिलपत मार्ग निवासी 24 वर्षीय कृष्ण कुमार के पास पहुंची। कृष्ण कुमार ने बताया कि उक्त खाता उसके नाम पर है लेकिन, इसका पूरा संचालन फरीदाबाद ग्राम बुडाना निवासी तान्या पत्नी सुनील उर्फ सोनू करती है। मामले में पुलिस दोनों आरोपितों को पकड़कर कोटद्वार ले आई। पूछताछ में महिला तान्या ने बताया कि युवाओं से संपर्क कर उनका बैंक में खाता खुलवाकर उसे दिल्ली बौराडी संतनगर निवासी बिसडम ओकाफोर जो की नाईजिरियन नागरिक है उसे उपलब्ध करवाती थी। कुछ माह पूर्व बिसडम ओकाफोर के जेल जाने के बाद वह खाते कृष्णनगर बसंतकुंज नई दिल्ली निवासी सचिव व बहादुरशस्त्री मार्ग दिल्ली निवासी मृणाल थापा को उपलब्ध करवाने लगी। इन्हीं खातों में ठगी की रकम मंगवाई जाती थी। रकम का कुछ हिस्सा जिन युवाओं का खाता होता था उन्हें भी उपलब्ध करवाया जाता था।

इस तरह करते थे काम
तान्या होटल व अन्य छोटे-मोटे काम करते वाले युवाओं से संपर्क कर उनका बैंक में खाता खुलवाती थी। जिसके बाद वह खाते की पूरी डिटेल बिसडम ओकाफोर, सचिव राय व मृणाल थापा को उपलब्ध करवाती थी। यह तीनों फोन पर लोगों को विदेश से डालर का पार्सल आने की बात कहकर उसे छुड़वाने के एवज में फैसे मांगते थे। ठगी गई रकम को उक्त खातों में मंगाई जाती थी। जिसमें से कुछ हिस्सा तान्या उनके नाम पर खाता खोला गया है उन्हें भी उपलब्ध करवाती थी।

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