दो दिवसीय किताब कौथिग शुरू, छात्र किताब पढ़ने की आदत डाले
नई टिहरी : क्रिएटिव उत्तराखंड एवं भारत ज्ञान विज्ञान समिति की ओर से शनिवार को दो दिवसीय टिहरी किताब कौथिग शुरू हुआ। पहले दिन करीब 70 प्रकाशकों की 75 हजार से अधिक किताबों की प्रदर्शनी लगाई गई। साथ ही खतरे में हिमालय, टिहरी का अतीत और वर्तमान पर संवाद, सूचना के अधिकार पर गोष्ठी से लेकर स्कूलों की छात्रों, कलाकारों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कहा कि छात्रों को किताबों को पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। नगर पालिका सभागार में आयोजित दो दिवसीय किताब कौथिग का टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने पुस्तक प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए आयोजकों की सराहना की। कहा कि किताबों के ज्ञान और अध्ययन से ही युवा सफलता के शिखर तक पहुंच सकता है। उन्होंने छात्रों से मोबाइल से दूरी बनाकर किताबों को पढ़ने पर जोर दिया। उसके बाद खतरे में हिमालय पर संवाद में औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार कुलसचिव प्रो.एसपी सती ने कहा कि हिमालय क्षेत्र के आसपास अनियोजित तरीके से हो रहे विकास के कारण भूकंप की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पर्यावरणविद् सुरेश नौटियाल ने कहा कि हिमालय की सुरक्षा के लिए अलग से मंत्रालय बनाया जाना चाहिए। उच्च हिमालय क्षेत्रों में ट्रैकिंग और माउंटिनिंग पर रोक लगनी चाहिए। विधायक उपाध्याय ने कहा कि जब तक हिमालय है तब तक ही मानव का अस्तित्व है। इसकी रक्षा के लिए मानव को खड़े होने की जरूरत है। साहित्यकार महिपाल नेगी, वरिष्ठ पत्रकार चारुचंद तिवारी, भवानी प्रताप ने टिहरी के अतीत और वर्तमान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उत्तराखंड के साहित्यकारों के योगदान पर मनोहर चमोली, डॉ.सुशील कोटनाला, डॉ. अंकिता बोरा, उत्तराखंड के लोक संगीत के मूल तत्व की पद्मश्री बंसती बडथ्वाल और सूचना के अधिकार पर राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने जानकारी दी। मिस्टर इंडिया में प्रतिभाग कर चुके अनिल बिष्ट से लेकर स्थानीय कलाकारों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस मौके पर क्रिएटिव उत्तराखंड के हेम पंत, उदय किरौला, आनंदमणि पैन्यूली, दयाल पांडे, रेनु उप्रेती, कमल सिंह महर, अनुसूया नौटियाल, सीपी डबराल, राजेंद्र बहुगुणा, उर्मिला राणा, गोविंद रावत, उमेश चरण गुसाईं, हंसराज बिष्ट, देवेंद्र नौडियाल, विजय जड़धारी, डॉ. वीर सिंह रावत आदि मौजूद थे। (एजेंसी)