केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दिया सीबीएसई के छात्रों को भरोसा, योग्यता के साथ होगा न्याय
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के रद होने की घोषणा के पहले से ही खराब स्वास्थ्य के चलते एम्स में भर्ती केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को छात्रों के साथ चर्चा की योजना बनाई थी। इसमें उन्हें सीबीएसई की ओर से तैयार किए गए आकलन के फार्मूले आदि को लेकर छात्रों के सवालों का जवाब देना था। लेकिन सेहत ठीक न होने के चलते अंतिम समय में इसे स्थगित कर दिया गया। इस बीच, निशंक ने करीब चार मिनट का एक आडियो मैसेज भेजकर छात्रों को यह भरोसा देने की कोशिश की कि मूल्यांकन में उनकी योग्यता के साथ पूरा न्याय होगा।
उन्होंने कहा कि यदि कोई इससे संतुष्ट नहीं होता है तो परीक्षा का विकल्प मौजूद है। स्थिति ठीक रही तो अगस्त में परीक्षा कराएंगे। निशंक ने यह आडियो मैसेज एम्स से ही तैयार करके भेजा था। साथ ही उन्होंने इंटरनेट मीडिया के जरिये जो चर्चा की योजना बनाई थी, वह एम्स से करने की थी। सूत्रों के अनुसार, सांस लेने में तकलीफ के चलते डाक्टरों ने उन्हें ज्यादा देर तक बोलने से मना किया। इसके बाद उन्होंने छात्रों को करीब चार मिनट का एक आडियो मैसेज भेजा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री जब वह बोल रहे थे, तो उनकी आवाज में बार-बार सांस उभर रही थी। निशंक सांस लेने में तकलीफ के बाद एक जून से ही एम्स में भर्ती हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने आडियो संदेश में कहा है कि उपचार के चलते मैं आपसे बात नहीं कर रहा था। लेकिन आपके मेल और संदेश हमें लगातार मिल रहे थे। इनमें से ज्यादातर 12वीं की बोर्ड परीक्षा से जुड़े थे। इन संदेशों में छात्रों ने मूल्यांकन को लेकरोचता जताई है। इन सब के बीच छात्रों को मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी योग्यता के साथ न्याय होगा। मूल्यांकन से यदि उन्हें महसूस होता है कि उनकी योग्यता के साथ उचित न्याय नहीं हुआ है तो परीक्षा का विकल्प है। स्थिति सामान्य रही तो अगस्त में हम इस परीक्षा को कराएंगे।
ऐसे में अपने मन में किसी तरह की आशंका न पैदा होने दें।