केंद्रीय मंत्री नारायण राणे गिरफ्तार, दिन भर चला हाई वोल्टेज ड्रामा
मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे को कहे गए अपशब्द के आरोप में हुई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे़पी़नड्डा ने राणे की गिरफ्तारी को संवैधानिक मूल्यों का हनन बताया है। महाराष्ट्र में भाजपा नेताओं ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिलकर राणे की गिरफ्तारी के विरुद्घ उन्हें ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय मध्यम एवं लघु उद्योग मंत्री नारायण राणे ने अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि देश की आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री को यह पता नहीं है कि आजादी के कितने साल हो गए हैं। 15 अगस्त को भाषण देने के दौरान वह पीटे मुड़कर यह पूछते नजर आए। इसके बाद राणे ने कहा कि यदि मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता। राणे के इस बयान के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिक्रिया व्यक्त की जाने लगी।
नासिक, पुणे एवं महाड में उनके विरुद्घ प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई। मंगलवार सुबह से ही उनकी गिरफ्तारी की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने तुरंत उनकी गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए। दोपहर बाद करीब ढाई बजे रत्नागिरी के संगमेश्वर क्षेत्र में राणे को भोजन करते समय ही गिरफ्तार कर लिया गया। शाम होते-होते उन्हें महाड क्षेत्र में लाया गया, जहां सोमवार को उन्होंने विवादित बयान दिया था। आज देर शाम या बुधवार सुबह उन्हें महाड के सत्र न्यायालय में पेश किया जा सकता है। इससे पहले मुंबई उच्चन्यायालय ने उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी विधिसम्मत तरीके से न पेश किए जाने के कारण ठुकरा दी थी।
राणे द्वारा उद्घव ठाकरे के विरुद्घ उक्त विवादित बयान दिए जाने के बाद से ही शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य में कई जगह उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए थे। कई जिलों में शिवसैनिक राणे के पुतले पर चप्पलों से प्रहार करते दिखाई दिए। नासिक में तो उग्र शिवसैनिकों ने भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर भी पथराव किया। इस पथराव से भाजपा कार्यालय को कुछ नुकसान भी पहुंचा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इसे कायरता पूर्ण कार्रवाई बताया तो नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने पथराव करनेवालों पर उचित कार्रवाई न की, तो भाजपा अपने कार्यालयों की सुरक्षा करने में सक्षम है।
राणे की गिरफ्तारी के बाद संगमेश्वर पुलिस थाने एवं पुराने मुंबई-गोवा हाईवे पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कई घंटों तक सड़क जाम रखी। भाजपा विधायक प्रसाद लाड एवं राणे के विधायक पुत्र नितेश राणे ने पुलिस थाने में बैठकर धरना भी दिया। लाड ने आशंका जताई कि पुलिस राणे की हत्या भी करवा सकती है। राणे के वकील अनिकेत निकम का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी गैरकानूनी तरीके से की गई है।
निकम के अनुसार सात वर्ष से कम सजा वाले मामलों में आईपीसी की धारा 41(अ) के तहत नोटिस देकर कार्रवाई करने का प्रावधान है। जबकि राणे की गिरफ्तारी बिना किसी नोटिस के ही की गई। राणे केंद्र सरकार में मंत्री हैं। उनकी गिरफ्तारी से पहले लोकसभा अध्यक्ष से अनुमति ली जानी चाहिए थी। इस नियम का भी पालन नहीं किया गया।