अल्मोड़ा। सल्ट ब्लॉक क्षेत्र में ऊर्जा विभाग की एक और लारवाही ने ग्रामीण की जान ले ली। पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त लाइन जोडऩे के लिए लाइनमैन ने स्थानीय युवक को खंभे पर चढ़ा दिया। शटडाउन के धोखे में वह करंट की चपेट में आ गया। कुछ देर छटपटाने के बाद उसने दम तोड़ दिया। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि प्रकरण की जांच कराई जाएगी। मामला बीती गुरुवार शाम करीब छह बजे का है। तहसील मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर गुलार गांव में एक पेड़ काटा गया जो बिजली की लाइन पर जा गिरा। इससे तार क्षतिग्रस्त हो गए। इससे आसपास की आपूर्ति भंग हो गई। विभागीय लाइन मैन हरीश सिंह को बुलवाया गया। ग्रामीणों के अनुसार लाइनमैन ने अपने परिचित अनिल राम (24) पुत्र गोपाल राम को तार जोडऩे के लिए खंभे पर चढऩे को कहा। भरोसा दिलाया कि शटडाउन लिया गया है। इधर अनिल ने जैसे ही लाइन जोड़ी करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया। आनन फानन में उसे सीएचसी देवायल ले जाया गया, मगर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
ग्रामीणों के मुताबिक अनिल राम परिवार का इकलौता कमाऊ पूत था। वह ऊर्जा विभाग में संविदा कर्मी के रूप में काम कर चुका था। इसीलिए लाइनमैन उससे मदद मांग बैठा। इन दिनों अनिल सराइखेत रोड स्थित दूधोडी गांव में एक रिजॉर्ट में काम कर परिवार का खर्च चलाता था। दो दिन पूर्व वह ही छुट्टी लेकर घर आया था। बेटे की मौत के गम में माता पिता बेसुध हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण रावत ने इसे विभाग की लापरवाही करार दिया। इधर जेई भूपाल सिंह के अनुसार अक्सर शटडाउन लेने के बाद भी लाइन ट्रिप कर जाती है।
पहले भी जा चुकी जान: सल्ट ब्लॉक में यह पहला मामला नहीं है। वर्ष 2019 में भी गढ़कोट मल्ला में लाइनमैन ने गांव के 22 वर्षीय अनिल को ट्रांसफार्मर का फ्यूज जोडऩे भेज दिया था। करंट से उसकी मौत हो गई थी। इससे पूर्व झूलते तारों व लाइन टूटने से बस सवार तीन लोगों की मौत हो गई थी। तब भी विभाग को किरकिरी झेलनी पड़ी थी।