उत्तराखण्ड में इस साल सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य: स्वास्थ्य मंत्री
राज्य, जिला और विधानसभा स्तर पर समितियों का होगा गठन
प्रत्येक 15 दिन में अस्पतालों की सफाई व्यवस्था का होगा निरीक्षण
डाक्टर से लेकर आशा हेल्थ वर्करों को किया जायेगा सम्मानित*
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून। वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावनाओं को देखते हुए राज्य में दिसम्बर 2021 तक शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य, जनपद एवं विधानसभा स्तर पर समितियों का गठन किया जायेगा। स्वच्छता अभियान के तहत राज्यभर के अस्पतालों में प्रत्येक 15 दिन में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। कोरोना काल के दौरान बेहत्तर कार्य करने के लिए डाक्टरों से लेकर आशाओं तक को सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।
यह बात प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिसम्बर 2021 तक 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य रखा है ताकि सूबे में कोरोना महामारी से शत प्रतिशत बचाव किया जा सकेगा। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए शासन स्तर पर 5 सदस्यी उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा। समिति प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसी प्रकार जनपद स्तर जिलाधिकारी एवं विधानसभा स्तर पर क्षेत्रीय विधायक की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया जायेगा जो वेक्सीनेशन एवं कोविड रोकथाम संबंधी अन्य व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी करेगी। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और बेहत्तर बनाने के लिए प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक सहित सहायक स्टाफ की तैनाती एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। डा. रावत ने बताया कि प्रत्येक 15 दिन में राज्यभर के सभी चिकित्सालयों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही विभागीय प्रोन्नति की समीक्षा कर पात्र कार्मिकों को ससमय प्रोन्नति दी जायेगी। इसके अलावा कोरोना काल में बेहत्तरीन सेवाओं के लिए राज्यभर के चिकित्सकों से लेकर आशा हेल्थ वर्करों तक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।
बैठक के दौरान विभागीय मंत्री ने राज्य में वैक्सीनेशन की वर्तमान स्थिति, चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सकों, टेक्नीशियनों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत संचालित आयुष्मान योजना एवं गोल्डन कार्ड के लाभार्थियों की समीक्षा की। इसके अलावा राज्य में संचालित नेशनल हेल्थ मिशन के कार्यों की भी विस्तारपूर्वक जानकारी ली। बैठक में सूबे में संचालित 108 आपातकालीन सेवा एवं विभागीय एम्बुलेंस सेवाओं की समीक्षा करते हुए डा. रावत ने इन सुविधाओं को और बेहत्तर एवं जबावदेह बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी, डा. पंकज पाण्डे, प्रबंध निदेशक एनएचएम सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा, एसीईओ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अरूणेंद्र चौहान, डा. सरोज नैथाणी, डा. विनीता शाह, डा. अमित शुक्ल, डा. प्रेम लाल, डा. अभिषेक त्रिपाठी, डा. राजन, एसएस चौहान, संजय कुमार सिंह, आरएस रावत, नीरज ठाकुर आदि मौजूद थे।