उत्तराखंड में हुई ग्लेशियर के फटने की घटना पर केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की लगातार नजर: अमित शाह
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र और राज्य की सम्मानित एजेंसियां उत्तराखंड के चमोली जिले की स्थिति पर नजर रख रही हैं, जहां एक ग्लेशियर के फटने से भारी हिमस्खलन हुआ और फ्लैश फ्लड हो गया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियां स्थिति पर नजर रख रही हैं। भारतीय सेना की आठ टीमें, एक नेवी टीम और भारतीय वायु सेना के पांच हेलिकप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं।
राज्यसभा में बोलते हुए, गृह मंत्री ने आगे बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए उत्तराखंड को आवंटित 468 करोड़ रुपये के राज्य आपदा जोखिम प्रबंधन कोष की पहली किस्त राज्य को मंजूर कर दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में, उत्तराखंड को एसडीआरएफ फंड के तहत 1,041 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। 468 करोड़ रुपये की पहली किस्त, राज्य को पहले ही स्वीत की जा चुकी है। हम सुरक्षा और पुनर्वास कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरत रहे हैं।
एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कर्पोरेशन) के 12 लोगों के साथ, ऋषि गंगा परियोजनाओं के 15 लोगों को प्रभावित क्षेत्र में एक सुरंग से सुरक्षित निकाला गया है, शाह ने आगे बताया। उन्होंने कहा कि निचले इलाके में धौलीगंगा नदी पर निर्माणाधीन एक एनटीपीसी जलविद्युत परियोजना को बाढ़ से नुकसान पहुंचा। शाह बोले- लगभग 25-35 लोग एक अलग एनटीपीसी परियोजना की सुरंग में फंस हो सकते हैं। उन्हें निकालने के लिए बचाव के प्रयास जारी हैं।
वहीं, उत्तराखंड के चमोली जिले के 13 गांवों को हेलीकप्टरों के माध्यम से आवश्यक आपूर्ति और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। ग्लेशियर फटने की घटना के कारण इन गावों से संपर्क टूट गया था। शाह ने आगे बताया कि लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाल कर दी गई है और सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा पांच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पुलों की बहाली का काम शुरू किया गया है।
गृह मंत्री ने आगे बताया कि उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि बाढ़ अब निचले इलाकों के लिए खतरा नहीं है और जल स्तर घट रहा है। उनके संबोधन के बाद, राज्यसभा के सदस्यों ने घटना के पीड़ितों को श्रद्घांजलि देने के लिए मौन रखा गया। इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को चमोली के जोशीमठ में आईटीबीपी अस्पताल का दौरा किया और ग्लेशियर के फटने से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया, जहां घायल लोगों को भर्ती कराया गया है। घटना में मरने वालों की संख्या 28 हो गई है, मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एएनआई को बताया।