भारत में कोरोना की दूसरी लहर के कारण कई देशों में हुई वैक्सीन की कमी: अदार पूनावाला
नई दिल्ली, एजेंसी। इंडिया ग्लोबल फोरम पर सीरम इंस्टीट्यूट अफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि चीजें इतनी गलत हो गई हैं। वैश्विक क्षमता को पूरा करने के लिए अरबों टीकों की जरूरत है। दुनिया के सभी वैक्सीन निर्माता सहयोग कर रहे हैं और कोई रास्ता नहीं है। हम आगे बढ़ रहे हैं, दूसरे भी बढ़ रहे हैं। हमने जनवरी से फरवरी के बीच 6 करोड़ डोज का निर्यात किया है जो शायद किसी भी अन्य देश से ज्यादा है। फिर दूसरी लहर ने हम पर प्रहार किया और ऐसे में ध्यान भारतीय आबादी पर चला गया क्योंकि तब इसकी आवश्यकता थी।
पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन की कमी के कारण निश्चित रूप से हमेशा ऐसी स्थिति होने वाली थी, जहां कुछ ऐसे देशों को प्रतीक्षा करनी होगी जो वैक्सीन का खर्च उठा सकते हैं। यही वह जगह है जहां कोवैक्स एक भूमिका निभा सकता है। हमने वास्तव में भारत से बहुत सारी खुराक निर्यात करना शुरू कर दिया।
अदार पूनावाला ने सोमवार को कहा था कि मुझे इस बात का अहसास हो रहा है कि बहुत सारे भारतीय जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन ली है उन्हें यूरोपीय यूनियन की यात्रा करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मैं सभी को यह आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस मुद्दे को उच्च स्तर पर उठाया जा रहा है। मुद्दे का समाधान जल्द ही निकलने के आसार हैं। उन्होंने कहा है कि इस बारे में यूरोपियन यूनियन की नियामक एजेंसियों के साथ और कूटनीतिक स्तर पर बात हो रही है। यूरोपीय संघ (ईयू) ने कोविशील्ड वैक्सीन को श्ग्रीन पासश् में शामिल नहीं किया है। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने संबंधित नियामक एजेंसी यूरोपियंस मेडिसिंस एजेंसी से आवश्यक मंजूरी के लिए आवेदन ही नहीं किया।