विकास कार्यों में मिली साढ़े चार लाख की वित्तीय अनियमितता, पूर्व प्रधान के खिलाफ नोटिस
-ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत भी उजागर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड बीरोंखाल की ग्राम पंचायत घनस्याली में पूर्व प्रधान के कार्यकाल के दौरान विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता सामने आई है। जांच में साढे़ चार लाख से अधिक की वित्तीय अनियमितता पाए जाने के साथ ही संबंधित ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत उजागर हुई है। इस संबंध में जिलाधिकारी की ओर से पूर्व प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 15 दिनों के भीतर अपेक्षित जवाब न मिलने पर वूसली की जाएगी।
विकासखंड बीरोंखाल के ग्राम पंचायत घनस्याली में 2014 से 2019 के बीच तत्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्यों में भारी वित्तीय अनियमितता की गई है। इस संबंध में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी। ग्रामीणों की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई। जिसमें डीपीआरओ पौड़ी व अधिशासी अभियंता लोनिवि बैजरों को शामिल किया गया था। जांच कमेटी की रिपोर्ट में वित्तीय अनियमिता उजागर हुई है। रिपोर्ट में पेयजल टैंक निर्माण श्रमिक अधिक दिखाए गए थे। पेयजल मरम्मत कार्य ताछीखाल, भटवाड़ो, लोहारखाल मेलधार व अनुबस्ती, पुश्ता एवं स्रोत मरम्मत कार्य, सीसी निर्माण, पंचायत भवन मरम्मत, शौचालय निर्माण कार्य शामिल हैं। इन सभी कार्यों में 4 लाख 50 हजार 331 की धनराशि की वित्तीय अनियमितता स्पष्ट हुई है। जांच में तत्कालीन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत भी उजागर हुई है। डीपीआरओ एमएम खान ने बताया कि पूर्व प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। निर्धारित समयावधि में जवाब न मिलने पर वसूली की कार्यवाही की जाएगी।
अनाधिकृत रूप से मिले 10 जॉब कार्ड
मनरेगा कार्य की जांच के दौरान टीम ने ग्राम प्रधान के पास अनाधिकृत रूप से 10 मनरेगा जॉब कार्ड पाए हैं। मामले में टीम ने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को भी दोषी ठहराया है। वहीं एक मनरेगा जॉब कार्ड में 12 हजार से अधिक धनराशि डालने के बाद फर्जी तरीके से निकालने की पुष्टि भी जांच में हुई है।