उत्तराखंड

ग्रामीणों ने की जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

रुद्रपुर। बाघ एव जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से भड़के ग्रामीणों ने जानवरों से निजात दिलाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि बाघ के आतंक के चलते लोग मजदूरी करने नहीं जा पा रहे हैं। पशुचारे के अभाव हो गया है। ग्रामीणों ने कहा अब तक बाघ दो ग्रामीणों और मवेशियों को मार चुका है। ग्रामीणों ने एसडीएम से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राम पांडेय के नेतृत्व में बगुलिया, झाऊ परसा के ग्रामीण सोमवार को तहसील मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने एसडीएमको ज्ञापन सौंपकर कहा कि ग्रामीण इलाकों में लगातार जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते बाघ के हमले में दो लोगों की जान भी जा चुकी है। लगातार बाघ गांव से सटे इलाकों में देखा जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण मेहनत मजदूरी करने भी नहीं जा पा रहे हैं। इसके बाद भी शासन-प्रशासन के द्वारा इसके रोकथाम के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग स्थाई रूप से गश्त भी नहीं कर रहा। जिससे ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ रही है। इससे पूर्व भी समस्या के निस्तारण के लिए कई बार विभाग को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने तत्काल वन विभाग की ओर से स्थाई गश्त करवाने समेत बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर सुनील कुमार, रामप्रवेश, रतन, अशोक कुमार, प्रभु, राजेश, लखराज, धनेश, प्रदीप, दिनेश, सूरत, गुलाब आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!