एनएच के अधिकारियों को करना पड़ा ग्रामीणों के आक्रोश का सामना
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : सोमवार को गहड़, निसणी, सैणीखाल, बुआखाल और गडोली गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में बुआखाल चौराहे पर एकत्र हुए और श्रीनगर-पौड़ी-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर गडोली से घोड़ीखाल के बीच प्रस्तावित सुरंग निर्माण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान मौके पर पहुंचे एनएच विभाग के अधिकारियों को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि सुरंग परियोजना से सरकार पर अनावश्यक वित्तीय बोझ पड़ेगा, जबकि इसी मार्ग पर पहले से दो सड़कें मौजूद हैं, जिनका सुधारीकरण और चौड़ीकरण अधिक व्यावहारिक और सुरक्षित विकल्प है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन शुरू करेंगे।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रस्तावित सुरंग लगभग 2100 मीटर लंबी होगी, जिसके निर्माण से क्षेत्र के भवनों, खेतों और प्राकृतिक स्रोतों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। उनका कहना था कि सुरंग निर्माण से पहले न तो ग्राम सभाओं से राय ली गई और न ही जनभावनाओं को समझने का प्रयास किया गया। ग्रामीणों के अनुसार सुरंग निर्माण स्थानीय व्यापार, पर्यटन और स्वरोजगार को प्रभावित करेगा, जिससे पलायन का खतरा बढ़ जाएगा। ग्रामीणों ने मांग उठाई कि सुरंग निर्माण के प्रस्ताव को तत्काल निरस्त किया जाए और राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर बनी सड़कों को दुरुस्त कर यातायात सुगम किया जाए। प्रदर्शन में ग्राम प्रधान जयराज सुरेश सिंह, भाष्कर बहुगुणा, विनोद दनोशी, भरत सिंह रावत, गौरव सागर, विपिन सिंह, राकेश रावत, बबीता देवी, आरती देवी, पूनम नेगी, अजीत सिंह रावत सहित कई लोग शामिल रहे।