विपक्ष के सवालों से डर कर सरकार ने विस सत्र की अवधि कम रखी : प्रीतम
देहरादून। कांग्रेस ने 21 दिसंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र को कम से कम आठ दिन तक चलाने की मांग की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष के सवालों से डर कर सत्र की अवधि को लगातार कम रख रही है। गुरुवार को राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में प्रीतम ने कहा कि 57 विधायक वाली सरकार महज 11 विधायक वाली कांग्रेस का विधानसभा में सामना करने में डर रही है।
इसलिए ही पिछली बार भी केवल एक दिन का सत्र बुलाया गया था और इस बार महज तीन दिन का। इस मुद्दे को 20 दिसंबर को होने वाली कार्यमंत्रणा परिषद की बैठक में भी उठाया जाएगा। कहा कि भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, लोकायुक्त, किसान आंदोलन, कर्मकार कल्याण बोर्ड घोटाला, कोरोना में विफलता समेत तमाम मुद्दे पर हैं जिन पर प्रदेश की जनता जवाब चाहती है। सरकार इन सभी मोर्चों पर पूरी तरह से विफल साबित हुई है। भाजपा के अपने विधायक ही सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद़दों पर कार्यस्थगन प्रस्ताव ला रहे हैं। इसलिए बार बार सत्र को कम दिन के लिए आयोजित किया जाता है। उन्होंने विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की कि सत्र को तीन के बजाए कम से कम आठ दिन तक चलाएं। भ्रष्टाचार पर सरकार को कठघरे में करते हुए कहा कि कर्मकार बोर्ड सरकार के भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस का ताजा उदाहरण है। श्रम मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा खुद की तुलना अभिमन्यु से करने पर भी प्रीतम ने चुटकी ली। कहा, अभिमन्यु होना आसान नहीं है। हरक में अभिमन्यु सा पराक्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। जल्द ही प्रदेश महामंत्री, उपाध्यक्ष और सचिवों को सांगठनिक जिम्मेदारियां दे दी जाएंगी।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, नवीन जोशी, प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, महेश जोशी, संदीप चमोली, नवीन सिंह पयाल आदि मौजूद रहे।