विस सत्र: कांग्रेस ने सड़क से सदन तक सरकार को घेरा
देहरादून। इस साल के अंतिम विधानसभा सत्र में कांग्रेस सड़क से सदन तक नई ऊर्जा में नजर आई। कांग्रेस के 11 विधायकों ने जहां सदन के भीतर भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई समेत कई मुद्दों पर सरकार पर जोरदार हमले बोले। वहीं सदन से बाहर भाजपा के अंदाज में कभी गन्ना तो कभी माल्टा, गैस सिलेंडर लेकर प्रदर्शन करते हुए खूब सुर्खियां बटोरी। 21 दिसंबर को हालांकि दिवंगत विधायकों को शोक-संवेदना की वजह से सदन में शांति रही है। लेकिन बाहर सड़क पर यूथ कांग्रेस के रोजगार दो-वर्ना गद्दी छोड़ दो नारे के साथ विधानसभा घिराव में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भी खासतौर पर इस कार्यक्रम के लिए दून पहुंचे थे। पार्टी के सभी शीर्ष ने़ता भी इस विधानसभा कूच में शामिल रहे। दूसरे दिन गन्ना किसानों के मुद्दे पर कंधे पर गन्ना लेकर आते कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाद सभी का ध्यान खींचा। तो सदन के भीतर पर एकजुटता के सरकार पर हावी होने की पूरी कोशिश की। काजी निजामुद्दीन के गन्ना फार्मूले के आगे बढ़ाते हुए विधायक माल्टा और धान लेकर प्रदर्शन करते हुए विधानसभा पहुंच गए। पुलिस के साथ नोकझोंक और छीनाझपटी की वजह से मीडिया में दूसरे भी दिन कांग्रेसी विधायकों ने जगह बनाई। आखिरी दिन कांग्रेस ने महंगाई और कानून व्यवस्था को हथियार बनाया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, फुरकान अहमद, आदेश चौहान समेत कांग्रेस के सभी विधायक गैस सिलेंडर के असली सिलेंडर और कुछ मॉडल लेकर विधानसभा तक प्रदर्शन करते हुए आए। सदन के भीतर भी कांग्रेस के सरकार पर हमले जारी रहे। मित्र विपक्ष की तोहमत झेल रहे कांग्रेस नेताओं के सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख के राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी की राज्य की सक्रियता तो एक वजह है ही। नए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की हर बड़े कार्यक्रम में खुद शामिल होने की वजह से कांग्रेस खासी आक्रामक हुई है। दरअसल, राज्य में वर्ष 2022 में फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें अब सवा साल भी पूरा नहीं बचा। ऐसे में सक्रियता बढ़ाकर कांग्रेस अपनी जमीन और मजबूत करने की कोशिश में है।
भाजपा को भाजपा के अंदाज में ही घेरा
शीतकालीन सत्र में कांग्रेस ने भाजपा को भाजपा के अंदाज में ही घेरा। भ्रष्टाचार, महंगाई, कानून व्यवस्था आदि विषयों पर भाजपा प्रतीकों के साथ प्रदर्शन कर ध्यान खींचती रही है। इस बार कांग्रेस विधायकों ने ठीक उसी अंदाज में कभी गन्ना, माल्टा, धान तो कभी गैस सिलेंडर को प्रतीक बनाते हुए प्रदर्शन किए। संख्या बल कम होने के बावजूद पुलिस को गच्चा देकर विधानसभा गेट तक प्रदर्शन करते हुए पहुंच जाने की वजह से कांग्रेस सभी का ध्यान खींचने में कामयाब भी रही।
प्रदेश सरकार की नीतियों की वजह से जनता बेहद दुखी है। कांग्रेस की जनता आवाज बनकर ही मुद्दों को उठा रही है। सड़क से सदन तक कांग्रेस का यह संघर्ष लगातार जारी रहेगा। जल्द ही प्रदेश में सांगठनिक गतिविधियों को ओर तेज किया जाएगा। दिसंबर में प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी। -देवेंद्र यादव, प्रदेश प्रभारी-कांग्रेस