चारधाम के पुराने मार्गो को खोजने निकली टीम का किया स्वागत
स्वर्गाश्रम में 22 सदस्यों की टीम का फूल मालाओं से किया गया स्वागत
जयन्त प्रतिनिधि
पौड़ी। चारधाम के पुराने मार्गों को खोजने के लिए निकली 25 सदस्यों की टीम का सोमवार को स्वार्गाश्रम में फूल मालाओं से स्वागत किया गया। टीम ने देहरादूर से चारधाम के लिए रवाना हुई थी। उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने ट्रैक द हिमालय के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है।ादस्यों का दल चारधाम ट्रैक पर पुराने मार्गों को खोजने के लिए 1200 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेगा। दल द्वारा यह अभियान लगभग 50 दिनों तक चलाया जायेगा। दल पुराने चार धाम और शीतकालीन चार धाम मार्ग को खोजने का काम करेगा।
सोमवार को स्वर्गआश्रम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपर निदेशक पर्यटक विवेक सिंह चौहान ने कहा चारधाम यात्रा जो पौराणिक रूप से संचालित होती थी, वह काली कमली व अन्य चट्टियों से होते हुए गुजरती थी। लेकिन समय के साथ सड़कों का विकास होने के बाद उन पौराणिक मार्गों व चट्टियों का इस्तेमाल कम होने लगा है, जिन्हें पुनर्जीवित करने की सरकार की मंशा है। कहा कि पर्यटन विभाग की पहल पर चारधाम यात्रा पैदल मार्ग से जुड़ी चट्टियों को एक बार फिर से पुनर्जीवित करने की योजना है। चट्टी मार्गों पर होते हुए चार धाम की पैदल यात्रा शुरू करने के बाद मार्ग पर पड़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों को भी होमस्टे व अन्य योजनाओं से जोड़ा जा सकेगा। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा साथ ही पैदल ट्रैकर होने के बाद इन क्षेत्रों में पर्यटकों की संभावना भी होगी। पैदल ट्रैकिंग टीम गरुड़ चट्टी होते हुए देवप्रयाग से यमुनोत्री गंगोत्री केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम तक पैदल यात्रा कर सर्वे रिपोर्ट तैयार करेंगे।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी पौड़ी खुशाल सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि चार धाम यात्रा पैदल मार्गों के अंतर्गत प्राचीन काल के पैदल मार्ग व चट्टियों की सर्वे, डॉक्यूमेंटेशन हेतु प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम ट्रेल दल को हरी झंडी दिखाकर देहरादून से रवाना किया है, जिनका जनपद गढ़वाल के सीमा अंतर्गत स्वर्गआश्रम में पैदल मार्ग की प्रारंभ स्थल से सर्वे पैदल ट्रैकिंग हेतु टीम का फूल मालाओं से स्वागत कर आगे पड़ाव के लिए रवाना किया गया, कहा कि सर्वे ट्रैकिंग दल के द्वारा अपनी यात्रा शुरू कर दी है, टीम आज रात्रि विश्राम गुल्लर चट्टी में करेंगे तथा जनपद के इस मार्ग के अंतर्गत पड़ने वाले विभिन्न चट्टियों में गुल्लर चट्टी, हनुमान चट्टी, बंदर चट्टी, गरुड़ चट्टी, फूल चट्टी, मोहन चट्टी, महादेव चट्टी व व्यास चट्टी आदि का सर्वे कर चारधाम यात्रा पैदल मार्ग रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही सर्वे किए गए इन चार धाम प्राचीन पैदल मार्ग के चट्टियों में पड़ने वाले विभिन्न गांव के होमस्टे, सांस्कृतिक विरासत आदि अन्य संसाधन आदि का भी सर्वे कर रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी, उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग तथा ट्रैक द हिमालय संस्था की संयुक्त टीमों के द्वारा इन प्राचीन पैदल चार धाम यात्रा मार्गो की सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी । जिसे शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार का इन चट्टी मार्गों पर होमस्टे योजना को जोड़कर गांव को भी विकसित करने की योजना है। इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष माधव अग्रवाल, अपर निदेशक पर्यटन विवेक सिंह चौहान, साहसिक फील्ड विशेषज्ञ रणवीर सिंह नेगी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी/साहसिक खेल अधिकारी खुशाल सिह नेगी, सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद नेगी, परियोजना प्रबंधक चार धाम ट्रेल के संस्थापक/ सीईओ राकेश पंत, राफ्टिंग व्यवसायी विकास भंडारी, समाज सेवी शक्ति सिंह राणा सहित ट्रेर्क सुधांशु, वीरेंद्र, करण, एसडीआरएफ नितेश खेतवाल व अन्य लोग मौजूद थे।