बृजभूषण की रैली क्यों हुई रद्द, क्या योगी हुए नाराज, चिट्ठी में भाजपा सांसद ने क्या कहा?
नई दिल्ली, एजेंसी। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को प्रशासन ने अयोध्या में 5 जून को रैली करने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद से बृजभूषण सिंह तिलमिला गए हैं। उनकी रैली को अनुमति न मिलने को सांसद के खिलाफ लगातार बढ़ते जन आक्रोश का परिणाम माना जा रहा है। भाजपा के अंदरखाने भी उनको लेकर नेताओं में नाराजगी बढ़ने की बात सामने आ रही है। भाजपा नेताओं को बृजभूषण शरण सिंह के बचाव का कोई कारण दिखाई नहीं पड़ रहा है, जबकि उनके बचाव से पार्टी को खासा नुकसान होता दिखाई पड़ रहा है।
कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृजभूषण शरण सिंह की अयोध्या रैली से संतुष्ट नहीं थे। जिस समय योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में अपराधियों पर कठोर कार्रवाई कर अपनी एक अलग छवि बनाई है, उस बीच यदि बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या में रैली करते तो इसका नकारात्मक असर पड़ता। भाजपा सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ यह कतई नहीं चाहते थे। यही कारण है कि अयोध्या में होने वाली रैली को प्रशासन से हरी झंडी नहीं मिली।
अयोध्या में ही अगले वर्ष के प्रारंभ में भगवान राम की जन्मस्थली पर बन रहे मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है। भाजपा नेताओं का मानना है कि यदि इसी बीच बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या में रैली करते हैं, तो इससे विपक्ष को राजनीति करने का बड़ा अवसर मिल जायेगा। यही कारण है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से भी बृजभूषण शरण सिंह को पीछे हटने के संकेत दिए गए हैं।
भाजपा के एक शीर्ष स्तर के नेता ने अमर उजाला से कहा कि पार्टी में आंतरिक स्तर पर भी कोई नेता बृजभूषण शरण सिंह के साथ नहीं है। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि पार्टी को आखिर बृजभूषण शरण सिंह का बचाव क्यों करना चाहिए? इसके पहले भी पार्टी ने कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में इसी तरह कार्रवाई करने में देर की थी, जिसके कारण जनता के बीच पार्टी की खासी किरकिरी हुई थी। पार्टी नेता चाहते हैं कि अब इस मामले में देर नहीं की जानी चाहिए और उन पर कड़ी कार्रवाई कर महिलाओं के बीच बेहतर संदेश देना चाहिए।
हालांकि, इसी बीच बृजभूषण सिंह ने एक पत्र जारी कर अपनी जनता का धन्यवाद किया है। उन्होंने जनता को लिखे एक पत्र में कहा गया है कि वे 28 साल से जनता की सेवा कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने अपने विरुद्ध हो रहे प्रदर्शन को राजनीतिक विरोधियों की साजिश करार दिया और कहा कि प्रशासन ने अपने स्तर पर उन्हें रैली करने की अनुमति नहीं दी है, इसलिए पांच जून को होने वाली रैली को कुछ दिनों के लिए टाला जा रहा है।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि उनकी रैली को क्षेत्र के गणमान्य लोगों का समर्थन प्राप्त था। वे रैली में महत्त्वपूर्ण मुद्दे को सामने लाकर उन पर चर्चा कराना चाहते थे, जिससे मामले का सच सामने आ सके। उन्होंने कहा कि उन्हें जनता का पूरा समर्थन प्राप्त है और वे आगे भी जनता की सेवा करते रहेंगे। फिलहाल, उन्होंने अपने सांसद पद से इस्तीफा देने जैसी कोई बात नहीं की है।