नई शिक्षा नीति को लेकर डायट में कार्यशाला आयोजित
नई टिहरी। नई शिक्षा नीति बनाने और लागू करने को लेकर एनसीईआरटी निदेशक के नेतृत्व में डायट में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। एनसीईआरटी निदेशक ने कहा नई शिक्षा नीति वर्ष 2023 में लागू कर दी जाऐगी। नई शिक्षा नीति आगामी 40 वर्षों के लिये लागू रहेगी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) नई टिहरी में नई शिक्षा नीति को लेकर शनिवार को आयोजित कार्यशाला का एनसीईआरटी निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी और निदेशक अकादमी शोध एंव प्रशिक्षण सीमा जौनसारी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जविलत कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद ने कहा नई शिक्षा नीति को लागू करने से पहले समाज के हर वर्ग हर को विश्वास में लिया जा रहा है, और कार्यशालाओं के माध्यम से सुझाव भी मांगें जा रहे हैं। कहा देश में वर्षों से पुरानी शिक्षा नीति चली आ रही है, जिसमें बदलाव करने की जरुरत है। कहा नई शिक्षा नीति को 2023 से लागू कर दिया जाऐगा। अंग्रेजों ने अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिये देश की शिक्षा नीति को समाप्त करने का काम किया है। कहा नई शिक्षा नीति में बच्चों के बेहतर भविष्य के लिये स्थानीय बोली और भाषा को शामिल किया जाऐगा। नई शिक्षा नीति को लागू करने में शिक्षकों और अभिभावकों की अहम भूमिका होगी। इसके लिये शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। निदेशक अकादमी सीमा जौनसारी ने कहा कि बच्चों को कैसी शिक्षा दी जाऐ इसके लिये समाज के हर वर्ग से सुझाव मांगे जा रहे हैं। पहले शिक्षा नीति ऊपर से बनकर आती थी लेकिन यह पहला मौका है जब शिक्षा नीति को नीचे से बनाया जा रहा है, इसके लिये प्रदेश के प्रत्येक जिले में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, सभी के सुझाव आने के बाद नई शिक्षा नीति को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाऐगा। कार्यशाला में अपर निदेशक एसईआरटी निदेशक आरडी शर्मा, उप निदेशक प्रदीप रावत,नोडल अधिकारी प्रो़ संध्या, रवि दर्शन तोपवाल, ड़ अनिल नैनावत, डायट प्राचार्य सीएन काला, डीईओ बेसिक अनिनाथ, ड़ वीर सिंह रावत,मीनाक्षी,ड मेहरबान रावत सहित पीजी कलेज शिक्षकों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तक मौजूद थे।