जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। शहर की यातायात व्यवस्था दिनोंं दिन खराब होती जा रही है। यातायात व्यवस्था को लेकर यूं तो आये दिन पुलिस प्रशासन की बैठके होती रहती है, ताकि यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त करने के प्रयास कर यातायात व्यवस्था को बेहतरीन बनाया जा सके। जबकि धरातल पर स्थिति कुछ अलग ही नजर आती है। बैठकों में नियम तो बनाये जाते है, लेकिन उनका धरातल पर पालन नहीं होता है। जिस कारण शहर में हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है।
लालबत्ती चौराह से लेकर बस स्टेशन, झण्ड़ाचौक, पटेल मार्ग, सिताबपुर रोड समेत कई स्थानों में तो हर समय जाम की स्थिति बनी हुई नजर आती है। यातायात व्यवस्था को सही करने की कोशिशों को नकाम करने में सड़कों में आढ़े-तिरछे खडे़ वाहन और शहर की सड़को में सब्जी बेचने के लिए खडे़ रेहडी वाले और भी ज्यादा अहम भूमिका निभाते है। जिस कारण हर समय विभिन्न मार्गों में जाम लगना यहां के लिए आम बात हो चुकी है। गोखले मार्ग से लेकर शहर के मुख्य मार्ग अतिक्रमण की चपेट में है। जिसे हटाने को लेकर कई बार नगर निगम और पुलिस प्रशासन कई बार अभियान चला चुके है, लेकिन इन मार्गो से अतिक्रमण नहीं हट पा रहा है। सड़कों पर जाम के कारण आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पटेल मार्ग पर तो सड़क के दोनों ओर वाहनों के लगे होने से सड़क की चौड़ाई बहुत ही कम हो जाती है। जिसे इस मार्ग पर वाहनों का संचालन सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। इस मार्ग पर लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रखा है। विभिन्न सामाजिक संगठन शासन-प्रशासन से शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग कर चुके है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। उधर, कोतवाल नरेन्द्र बिष्ट का कहना है कि पुलिस आड़े-तिरछे खड़े वाहनों का चालान कर रही है। उन्होंने लोगों से सड़क किनारे आड़े-तिरछे तरीके से वाहन खड़ा न करने की अपील की है।