कानपुर में हिंसा पर योगी सरकार सख्त, आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर और संपत्ति की जाएगी ध्वस्त या जब्त
लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के तुरंत बाद परेड, नयी सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में हिंसा भड़क गई। जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के सदस्य आमने-सामने आ गए और उन्होंने एक-दूसरे पर ईंटों से पथराव किया। इस हिंसा पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने कड़े एक्शन के निर्देश दिए हैं। सरकार ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
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अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कमिश्नरेट कानपुर नगर के थाना बेकनगंज क्षेत्र में कुछ लोगों ने दूकानें बंद कराने का प्रयास किया जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया है। इस घटना को शासन ने गंभीरता से लिया। अब तब 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उपद्रवियों के साथ-साथ साजिश करने वालों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों की संपत्ति को जब्त या ध्वस्त कराया जाएगा।
प्रशांत कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो के माध्यम से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। फिलहाल वहां स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस को पर्याप्त मात्रा में वीडियो फुटेज मिले हैं। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। अमन पसंद लोगों से अपील की गई है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो ताकि शांति बरकरार रहे।
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की की गई विवादित टिप्पणी के बाद शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद नई सड़क पर प्रदर्शन के बाद जमकर बवाल हुआ। पुलिस के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हाल ही में टीवी पर बहस के दौरान नूपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर नाराज थे और इसी के विरोध में वो इलाके की दुकानें बंद कराने का प्रयास कर रहे थे, जिसके बाद बवाल हो गया। पथराव कर कई गाड़ियां तोड़ दी गईं पर फायरिंग के साथ बमबाजी भी हुई। पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।