स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिकी को मजबूत करें युवा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विद्यार्थियों को स्वरोजगार के प्रति जागरूक करने के लिए राजकीय महाविद्यालय रिखणीखाल में यूसर्क की ओर से कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान विद्यार्थियों को स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिकी को मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया गया।
उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ यूसर्क की निदेशक डा. अनीता रावत ने वर्चुवल तरीके से किया। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन आर्थिकी बेहतर बनाने का एक बेहतर साधन है। यह कम खर्चे में शुरू होने वाला एक बेहतर स्वरोजगार है। साथ ही इससे वातावरण भी शुद्ध रहता है। देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डा. विपिन पंवार ने कहा कि इस प्रशिक्षण से युवाओं में कौशल विकास के तहत कृषि आधारित रोजगार के चयन में सहायता मिलेगी। बेरोजगार युवक-युवतियां छोटे या बड़े व्यवसाय के रूप में अपनाकर अपनी बेरोजगारी को दूर कर सकते हैं। यूसर्क की वैज्ञानिक डा. मंजू सुन्दरियाल ने मौन पालन प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. मनोज उप्रेती ने कहा कि मधुमक्खी पालन कृषि व बागवानी उत्पादन बढ़ाने की क्षमता भी रखता है। इस मौके पर डा. बीपी उनियाल, डा. अनूप सिंह, डा. महेशचंद्र आर्या, प्रशांत, भारती, लक्ष्मी जोशी, डा. सुनील दत्त, डा. मनोज किशोर नौटियाल, डा. सुनील सिंह, डा. शूरवीर सिंह, डा. बबलु कुमार आदि मौजूद रहे।