आम, आड़ू, खुबानी, अनार, पपीता, अमरूद सहित अन्य प्रजाति के पौधे रोपे
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वन महोत्सव के तहत लैंसडौन वन प्र्रभाग की दुगड्डा रेंज की ओर से आमसौड के पास झवाण वन क्षेत्र में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया। लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक कुमारने कहा कि मानव व जीव-जंतुओं के जीवन को सुखी-समृद्ध व वायुमंडल को संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षों का विशेष महत्व है। हर व्यक्ति को अपने जीवन काल में पौधे लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी लोगों से एक-एक पौधा अवश्य लगाएं तथा उसकी देखरेख करें।
इस मौके पर अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों से पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करने, वन एवं वन जीवों की सुरक्षा करने की अपील की गई। उन्होंने कहा कि वन महोत्सव कार्यक्रम हमारे लिए केवल एक वृक्ष लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रकृति व पर्यावरण के प्रति हम सभी के दायित्व को बताने वाला एक अवसर भी है। इस अवसर पर डीएफओ दीपक कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी दिनेश चंद्र घिल्डियाल, दुगड्डा रेंज अधिकारी किशोर नौटियाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य आमसौड कुंदन सिंह राणा, प्रधान आमसौड ओम प्रकाश, जमरगड्डी कांति देवी आदि मौजूद रहे।
जनता इंटर कॉलेज देवराजखाल में हरेला पखवाड़ा मनाया जा रहा है। एनएसएस इकाई के स्वयं सेवी स्कूल बंद होने के कारण अपने घर/गांव में ही वृक्षारोपण कर धरती को संरक्षित करने के लिए प्रयासरत हैं। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आशुतोष ढौंडियाल ने बताया कि उन्होंने स्वयं विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर स्वयं सेवियों को इसके लिए प्रेरित किया। स्वयं सेवियों द्वारा अपने-अपने घर आंगन में फलदार पौधे जैसे आम, आड़ू, खुबानी, अनार, पपीता, अमरूद सहित अन्य प्रकार के औषधीय व फूलदार पौधे रोपित कर धरती को स्वर्ग बनाने का संकल्प लिया। वृक्षारोपण करने वाले स्वयं सेवियों में तनिषा, सलोनी, कोमल, पूनम, निकिता, सचिन, यशवंत, आयुष, हनी, अनुज, अमन, गौरव, सृष्टि, भावना, अभय, करन रावत आदि शामिल थे। कार्यक्रम अधिकारी द्वारा विद्यालय के सेवित गावों में भ्रमण कर ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिग, ऑक्सीजन लेवल आदि का परीक्षण कर महामारी से बचाव हेतु मास्क वितरित किए गये। साथ ही लोगों को महामारी से बचाव के लिए जागरूक किया गया। कार्यक्रम अधिकारी ने लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने केिलिए जागरूक किया गया, ताकि महामारी से निपटने में सरलता हो सके।