मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के लिए आये 10 आवेदन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखण्ड में कोरोना वायरस संक्रमण व अन्य बीमारियों के कारण कई नागरिकों की मृत्यु हुई है। राज्य में कई बच्चे ऐसे है जिन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण व अन्य बीमारियों के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है। उत्तराखंड के ऐसे सभी बच्चों के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना आरंभ की गई है। इस योजना के माध्यम से सभी बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। अभी तक कोटद्वार तहसील क्षेत्र के 10 बच्चों ने इस योजना के लिए आवेदन किया है। प्रशासन द्वारा सभी नागरिकों से ऐसे सभी बच्चों की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचाने की अपील भी की गई है। जिससे कि सभी पात्र बच्चों तक इस योजना का लाभ पहुंचाया जा सके।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना प्रदेश के उन बच्चों के लिए आरंभ की गई है जिनके माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण या अन्य बीमारियों के कारण हुई है। इस योजना के माध्यम से ऐसे सभी बच्चों को 3000 रूपये की धनराशि प्रतिमाह की आर्थिक सहायता भरण-पोषण भत्ता के रूप में प्रदान की जाएगी। मार्च 2020 के बाद कोरोना वायरस संक्रमण एवं अन्य बीमारियों के कारण अनाथ हुए बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। जिससे कि वह अपना भरण पोषण कर सकें और आत्मनिर्भर बन सके। यह आर्थिक सहायता सभी पात्र बच्चों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से भेजी जाएगी। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बच्चे का बैंक में खाता होना अनिवार्य है।
कोटद्वार तहसील के नायाब तहसीलदार डीएस नेगी ने बताया कि अभी तक मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के लिए 10 आवेदन आये है। इस योजना का लाभ उन सभी बच्चों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण व अन्य बीमारियों के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है। कोटद्वार तहसील क्षेत्र में ऐसे सभी बच्चों का एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। जिससे कि इन सभी बच्चों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जा सके।