15 मई तक पूरा हो जाएगा स्टेट हाईवे का कार्य
रुड़की। रुड़की स्टेट हाईवे का काम पंद्रह मई तक पूरा कर लिया जाएगा। उसी समय चारधाम यात्रा भी शुरू होगी। ग्यारह करोड़ से होने वाले सड़क के काम से शहर के लोगों को भी लाभ मिलेगा। स्टेट हाईवे शहर के अंदर से गुजर रहा है। हरिद्वार-दिल्ली हाईवे चौड़ीकरण में रुड़की से तेरह किलोमीटर का बाईपास बनाया गया है। इस बाईपास के निर्माण के बाद यहां से वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। सरकार ने पहले ही रुड़की शहर के अंदर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को स्टेट हाईवे घोषित कर दिया था। बाईपास का निर्माण होने और शहर के अंदर से जाने वाले मार्ग को स्टेट हाईवे घोषित किए जाने के बाद इस पर काम नहीं हो पाया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस सड़क को नहीं देख रहा था। कोर से लेकर पीरपुरा मंगलौर तक का यह स्टेट हाईवे कई जगह से जर्जर हो चुका है। सड़क पर कई जगह गड्ढे हो रखे हैं। कोर से लेकर सोलानीपुरम तक सड़क पर लाइट की भी व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह गड्ढे होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। गोल चौक से आगे भी ऊंचे पुल तक कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हैं। बाहर से आने वाले वाहन तो बाईपास से निकल जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों को इस कारण परेशानी हो रही थी। लंबे समय से लोग सड़क को ठीक करने की मांग कर रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास यह सड़क पहले थी। इसलिए प्राधिकरण ने लोक निर्माण विभाग को सड़क ठीक के लिए ग्यारह करोड़ रुपये दिए थे। लोनिवि ने कोर से लेकर पीरपुरा तक करीब बारह किलोमीटर सड़क निर्माण का टेंडर जारी किया था। लोनिवि रुड़की के अधिशासी अभियंता प्रवीन शर्मा ने बताया कि नर्माण कार्य का टेंडर जारी होने के बाद अनुबंध आदि की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। एक अप्रैल से काम शुरू हो जाएगा। बताया कि करीब 45 दिन काम में लगेंगे। पंद्रह मई तक काम पूरा कर दिया जाएगा। इस बार चारधाम यात्रा भी लगभग इसी समय शुरू हो रही है। अगर कोई बाहरी वाहन बाईपास नहीं जाता है तो वह शहर के अंदर से गुजरने वाले स्टेट हाईवे से भी आसानी से जा पाएगा। इसके साथ ही शहर के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
अंधेरा दूर करने के भी प्रयास: स्टेट हाईवे की मरम्मत के काम में सड़क पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। शहर के अंदर तो लाइटें हैं, लेकिन सोलानी नदी पुल से कोर तक अंधेरा रहता है। बाईपास बनने के बाद वाहनों का दबाव कम होने से इस मार्ग पर वाहन अधिक रफ्तार से चलते हैं। स्ट्रीट लाइट न होने से खतरा बना रहा है। लोनिवि के ईई का कहना है कि इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।