बरसात के बाद भूस्खलन से 195 नेशनल हाईवे-सड़कें बंद, यात्री फंसे
देहरादून। उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से 195 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। जबकि, चमोली जिले के नंदानगर (घाट) बाजार में भारी बारिश से मलबा घुस गया। मौसम विभाग ने अलग दो दिन के लिए बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की हे। लोक निर्माण विभाग के एचओडी अयाज अहमद ने बताया कि, गुरुवार को राज्य के कई हिस्सों में बारिश की वजह से 119 सड़कें बंद।
62 सड़कों को देरशाम तक खोल दिया गया। अब राज्य में कुल 195 सड़कें बंद हैं। उन्होंने बताया कि, बंद सड़कों में 101 सड़कें ग्रामीण और 11 स्टेट हाईवे हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए 203 जेसीबी लगाई गई हैं। उधर, गोपेश्वर-चोपता-केदारनाथ हाईवे बंद हो जाने से केदारनाथ से गोपेश्वर आने वाले चारधाम यात्रियों को दिक्कत उठानी पड़ रही हैं।
गत मंगलवार रात को उत्तरकाशी जिले में हुई भारी बारिश के कारण 15 ग्रामीण मोटरमार्ग अभी भी यातायात के लिए ठप हैं। फफराला खड्ड के उफान से क्षतिग्रस्त मोरी-सांकरी मोटरमार्ग सहित अन्य दो मोटरमार्गों को खुलने में अभी दो से तीन दिन का समय लग सकता है। अन्य मार्गों पर संबंधित विभागों ने गुरुवार देर शाम तक खोलने का दावा किया है।
बारिश के कारण बुधवार को जिलेभर में करीब 40 से अधिक सड़कें बंद हो गई थी, जिनमें से 15 सड़कों पर गुरुवार को आवाजाही बंद रही। मोरी में फफराला खड्ड के उफान से मोरी-सांकरी जखोल मार्ग का लगभग 20 मी हिस्सा बह गया था, जिस पर आवाजाही ठप पड़ी है। लोनिवि की ओर से मार्ग को आवाजाही के लिए खोलने का प्रयास जारी है।
हालांकि इस मार्ग को खुलने में एक से दो दिन का समय और लग सकता है। बड़कोट क्षेत्र में भी आधा दर्जन सड़कें बारिश के कारण बंद हैं। यहां कवां-कफनौल और नौगांव स्योरी मोटरमार्ग को विभाग ने 9 जुलाई तक खोलने का समय मांगा है। वहीं गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे समेत देहरादून-सुवाखोली व उत्तरकाशी-लंबगांव मोटरमार्ग पर यातयात सुचारु रूप से चल रहा है।
रुद्रप्रयाग। बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते जिले की पांच ब्रांच सड़कें बंद हो गई है। इससे ग्रामीण आवाजाही में लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। बारिश के कारण तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली, बेसिक पाठशाला ड़ुग्रा से डुग्रा मोटर मार्ग, रैतोली-जसोली, कंडारा-धोला कनियास, बामणी-जखोली-बच्वाड़ मोटर मार्ग बंद है। बंद मार्गों को खोलने के प्रयास जारी है। गुरुवार को मोटर मार्ग बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को मुश्किलें उठानी पड़ी।
पौड़ी। पौड़ी जिले में गुरुवार को हुई तेज बारिश के कारण एक स्टेट हाईवे भिकायासैंण-बूगीधार-मेहलचौरी -चौखुटिया सहित 33 सड़कों पर यातायात अवरुद्घ हो गया है। बंद सड़कों में एक मुख्य जिला मार्ग मैठाणा घाट- रसिया महादेव- नौलापुर भी शामिल है। बंद होने वाली सड़कों में से चार सड़के ऐसी भी जिन पर शनिवार तक ही यातायात बहाल हो सकता है।
अधिकतर ग्रामीण सड़कों के यातायात के लिए बंद हो जाने के कारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की आवाजाही बाधित हो गई है। हालांकि लोकनिर्माण विभाग ने सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई है। लगातार बारिश के कारण सड़कों को खोलने में दिक्कत हो रही है। सड़क एक बार खुलने के बाद दुबारा फिर बाधित हो जा रही है।
गुरुवार की सुबह से ही जिले में बारिश का सिलसिला जारी रहा। तेज बारिश के कारण सड़कों पर भारी मलबा और बोल्डर आ जाने से सड़के यातायात के लिए बाधित हो गई है। पाबौ डिवीजन में आधा दर्जन सड़कों पर बारिश के कारण यातायात गुरुवार को ठप रहा। हालांकि लोनिवि ने बंद सड़कों को खोलने का काम सुबह से ही शुरू कर दिया था।
पाबौ लोनिवि के ईई कलम सिंह ने बताया कि डिवीजन की 5 सड़कों को शाम तीन बजे तक खोल दिया गया है। अन्य दो सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। वहीं जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की ही 15 सड़के बारिश के कारण बंद हुई है।बंद सड़कों में डुगरीपंथ-छातीखाल, सौंड-गजेली, नोडखाल-नांद, हल्दूखाल-कमान्दा, थलीसैंण-मुसेटी, -धाधणखेत, श्रीकोटखाल-रीठाखाल, चोपड्यूं-सरणा, स्योली कांडा-घंडियाली-करतोली, चौरी-मंथगांव, तिरपालीसैंण-डुगरी, पैठाणी-मलूंड, पैठाणी-थापली, बाली-मथाणा आदि सड़के शामिल है।
इनमें कुंणधार-कलुण, डाबखाल, सासौ-मासौ सहित चार सड़के ऐसी है जो शनिवार तक ही यातायात के लिए खुल सकेगी। लोनिवि के मुताबिक इन सड़कों पर कई स्थानों पर मलबा आने के साथ ही पुश्ते भी टूटे है। पौड़ी के डीएम डा़ विजय कुमार जोगदंडे ने बंद सड़कों को त्वरित गति से खोलने के निर्देश दिए है। जिले में अभी तक सर्वाधिक बारिश 57 एमएम पौड़ी तहसील में रिकार्ड की गई है और सबसे कम 3 एमएम सतपुली में हुई है। कोटद्वार में 15, धुमाकोट में 12, चाकीसैंण में 10 और चौबट्टाखाल तहसील में 12 एमएम के साथ ही लैंसडौन, थलीसैंण व यमकेश्वर में 5-5 एमएम बारिश हुई है।
चकराता। कई दिनों से हो रही भारी बारिश से जौनसार बावर क्षेत्र में सत्रह मार्ग बंद हो गए। करीब पांच से आठ घंटे मार्ग बंद रहने से ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। बुधवार रात को हुई मूसलाधार बारिश से जौनसार बावर क्षेत्र के करीब सत्रह मोटर मार्ग लांघा- बिन्हार, टिपराड-कोटया, गौराघाटी-मानथात, लोखंडी-पिपारा मीनस मार्ग, सावाडा-डुंगरी, क्यारापुल-साहिया, बिजऊ- खतार, हमरऊ-ललऊ- दातनू बडनू, मीनस-अटाल, शंभू की चौकी- पंजिया -बसार, सिलीगुड -कुनैन, कुनैन- सैंज, बोसान बैंड, बनियाना मोटर मार्ग, डिमीच मोटरमार्ग, लाखामंडल मार्ग पर भारी मलबा आ गया। इससे सत्रह मार्ग बंद हो गए।
मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार के लिए प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के इस दौरान संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने के कारण सड़कें बंद होने और नदियों में पानी बढ़ने की संभावना जताई है। बारिश के अरेंज अलर्ट के मद्देनजर सम्बंधित जिला प्रशासन व आपदा राहत बचाव की टीमों को सतर्क रहने का भी सुझाव दिया गया है।