मुख्यमंत्री का भ्रष्टाचार पर वार, वित्तीय अनियमितता में राजकीय निर्माण निगम के दो इंजीनियर निलंबित
लखनऊ, ,एजेंसी। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी मुहिम जारी है। भ्रष्टाचार के मामले में आइएएस तथा आइपीएस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
कार्य में शिथिलता तथा वित्तीय अनियमितता के किसी भी प्रकार के मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर निलंबन के साथ जांच की कार्रवाई भी की जा रही है। अपने पहले कार्यकाल की तरह ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरे कार्यकाल में भी भ्रष्टाचार के मामले में तत्काल कार्रवाई का निर्देश दे रहे हैं।
भ्रष्टाचार के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टालरेंस के तहत शनिवार को भी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के कर्मियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के दो प्रोजेक्ट मैनेजर को निलंबित किया गया है।
राजकीय निर्माण निगम की मुरादाबाद इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश सिंघल के साथ ही सहायक अभियंता अखिलेश प्रताप सिंह को भी निलंबित किया गया। इसके खिलाफ निर्माण कार्य में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। निलंबन की अवधि में मुकेश सिंघल के साथ ही अखिलेश प्रताप सिंह को प्रयागराज कार्यालय से सम्बद्घ किया गया है।
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के मुरादाबाद में निर्माणाधीन कार्य में वित्तीय अनियमितता की महाप्रबंधक बरेली यूनिट ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच कराई थी। इस प्रकरण में मुकेश सिंघल तथा अखिलेश प्रताप सिंह के खिलाफ गंभीर वित्तीय तथा प्रशासनिक अनियमितता का मामला सामने आया। निलंबन के साथ ही इन दोनों को प्रमाण पत्र देना होगा कि यह लोग किसी अन्य सेवा योजन या फिर व्यपार में नहीं लगे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ट्रेनिंग कालेज, सीतापुर में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार यादव को निलंबित किया गया था। संजय कुमार यादव के खिलाफ बलिया में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार करने के गंभीर प्रकरण सामने आए हैं। निलंबन की अवधि में संजय कुमार यादव पुलिस महानिदेशक कार्यालय लखनऊ से सम्बद्घ रहेंगे।